लाइव न्यूज़ :

इंडोनेशिया: तीन चर्च में बम धमाके, 9 की मौत

By भाषा | Updated: May 13, 2018 12:50 IST

पुलिस ने आज बताया कि दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश में एक अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाकर किये गये हमले का यह सबसे नया मामला है। 

Open in App

जकार्ता , 13 मई: इंडोनेशिया के दूसरे सबसे बड़े शहर सुरबाया में चर्चों को निशाना बना कर किये गये हमलों में कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी और 13 अन्य घायल हो गये हैं। पुलिस ने कहा कि इनमें से एक आत्मघाती हमला था। पुलिस ने आज बताया कि दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश में एक अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाकर किये गये हमले का यह सबसे नया मामला है। ईस्ट जावा के पुलिस प्रवक्ता फ्रांस बरूंग मनगेरा ने बताया , ‘‘ तीन चर्चों पर तीन हमले किये गये। ’’

पुलिस ने बताया कि यह सभी विस्फोट दस मिनट के भीतर हुए जबकि पहला धमाका सुबह साढ़े सात बजे हुआ। पुलिस ने केवल सांता मारिया कैथोलिक चर्च पर हुये हमले का ब्योरा दिया है। हालांकि अभी तक किसी ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। मंगेरा ने बताया , ‘‘ हम घटनास्थल पर एक व्यक्ति की और अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि करते हैं। दो पुलिस कर्मी घायल हुये हैं साथ ही कुछ नागरिक भी घायल हुये हैं। ’’ उन्होंने बताया , ‘‘ अस्पताल में 13 लोगों का इलाज किया जा रहा है। ’’ 

टॅग्स :आतंकी हमला
Open in App

संबंधित खबरें

भारतAllahabad HC: 1996 का बम ब्लास्ट मामला, 18 लोगों की गई थी जान, बिना सबूतों के हाईकोर्ट ने आरोपी मोहम्मद इलियास को किया बरी

भारतVIDEO: लाल किला ब्लास्ट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ कर लाएंगे, अमित शाह...

भारतRed Fort blast: ब्लास्ट का सबसे नजदीकी CCTV फुटेज आया सामने, दिखा दिल दहला देने वाला नजारा

भारत"पाकिस्तान पहलगाम जैसा हमला फिर कर सकता है...", लेफ्टिनेंट जनरल कटियार का दावा

भारतPahalgam Terror Attack: मेवे और केसर पर अभी भी पहलगाम नरसंहार का साया

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए