9/11 हमले की बरसी: अमेरिका ने आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को किया गया याद
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 12, 2019 05:27 AM2019-09-12T05:27:03+5:302019-09-12T05:27:03+5:30
2001 को 11 सितंबर के दिन आतंकवादियों ने यात्री विमानों को मिसाइल की तरह इस्तेमाल करते हुए अमेरिका के विश्वप्रसिद्ध वर्ल्ड ट्रेड टॉवर और पेंटागन को निशाना बनाया। इसे अमेरिका के इतिहास के सबसे बड़े आतंकी हमले के तौर पर देखा जाता है।
अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को अलकायदा द्वारा अपहृत विमानों को ट्विन टॉवरों से टकराकर किए गए हमले में मारे गए लगभग 3000 लोगों को याद करते हुए आज न्यूयार्क में श्रद्धांजलि दी गई. पीडि़तों के रिश्तेदार, पुलिस अधिकारी, दमकल कर्मी और शहर के नेता अमेरिकी धरती पर हुए इस भीषण हमले की 18वीं बरसी पर 'नेशनल सितंबर 11 मेमोरियल' पर एकत्रित हुए.
इन लोगों ने सुबह आठ बजकर 46 मिनट पर और सुबह नौ बजकर तीन मिनट पर कुछ पलों का मौन रखा. ठीक इसी समय पर अपहृत यात्री विमानों को नार्थ टॉवर एवं साउथ टॉवर से टकराया गया था. इस कार्यक्रम में शामिल हुए व्यक्तियों में न्यूयार्क के गवर्नर एंड्रयू क्योमो, मेयर बिल डी. ब्लासियो आदि शामिल थे.
लगभग चार घंटे चले इस कार्यक्रम में रिश्तेदारों ने इस हमले में मारे गए लोगों के नाम पढ़े. रिश्तेदारों ने एक-दूसरे को गले लगाया और सांत्वना दी. कुछ लोगों ने मारे गए अपने प्रियजनों की तस्वीरों वाली तख्तियां ले रखी थीं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी मेलानिया ने पीडि़तों के परिवारों एवं हमले में जीवित बचे लोगों का व्हाइट हाउस में स्वागत किया.
इन लोगों ने व्हाइट हाउस में कुछ देर का मौन रखकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की. ट्रम्प ने तालिबान को चेताया : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अफगानिस्तान में तालिबान को चेतावनी दी कि उसके खिलाफ अभूतपूर्व अमेरिकी सैन्य हमला जारी रहेगा. ट्रम्प की ओर से यह चेतावनी उनके द्वारा तालिबान के साथ शांति वार्ता समाप्त करने के मात्र पांच दिन बाद आई है.