चीन की बढ़ेगी टेंशन! पहली बार मालाबार युद्धाअभ्यास में भारत, अमेरिका, जापान के साथ शामिल होगा ऑस्ट्रेलिया
By अनुराग आनंद | Published: October 19, 2020 06:21 PM2020-10-19T18:21:05+5:302020-10-19T18:21:05+5:30
ऑस्ट्रेलिया पहली बार दुनिया के तीन अन्य सैन्य तौर पर ताकतवर मुल्कों भारत, जापान व अमेरिका के साथ मालाबार युद्धाभ्यास में शामिल होगा।
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीन के साथ चल रहे तानातनी के बीच भारत ने नौसेना के मालाबार अभ्यास में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया को भी न्यौता भेज दिया है। एक तरफ चीन की भारत व ताइवान जैसे देशों के साथ सीमा पर तनाव है।
वहीं, दूसरी तरफ कोरोना वायरस से जुड़ी अहम जानकारियां छिपाने को लेकर अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया जैसे देश चीन से नाराज है। ऐसे समय में मालाबार युद्धाभ्यास में ऑस्ट्रेलिया के शामिल होने से चीन की मुश्किलें अब और बढ़ सकती है।
टीओआई की मानें तो भारत ने सोमवार को औपचारिक रूप से ऑस्ट्रेलिया को मालाबार नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है। यदि ऐसा होता है तो ऑस्ट्रेलिया पहली बार दुनिया के तीन ताकतवर मुल्कों के साथ इस सैन्य अभ्यास में शामिल होगा।
जानें नवंबर माह में किस दिन शुरू होगा मालाबार अभ्यास-
ऑस्ट्रेलिया को ड्रिल में शामिल करने का निर्णय पहली बार वैश्विक स्तर पर एक क्वाड समीकरण बनाते हुए लिया गया है। दुनिया के सैन्य क्षेत्र में ताकतवर 4 देशों की सेना इस अभ्यास में शामिल होंगे। यह सबकुछ ऐसे वक्त में होगा जब बीजिंग और नई दिल्ली के बीच चार दशकों में सीमा विवाद को लेकर सबसे अधिक तनाव की स्थिति बनी हुई है।
बता दें कि हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन को 'जवाब' देने के लिए पहली बार एक साथ चार बड़ी महाशक्तियां सामने आ रही है। इस मामले में मिल रही जानकारी के मिताबिक, इस साल बंगाल की खाड़ी में मालाबार अभ्यास दो चरणों में होगा। क्वाड देशों के भागीदारों की विशेषता वाला नौसेना अभ्यास का पहला चरण 3 से 6 नवंबर 2020 और दूसरा चरण 17 से 20 नवंबर 2020 को आयोजित किया जाएगा। सभी चार देशों का साझा उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को किसी भी देशों के वर्चस्व से मुक्त कराए रखना है।
2019 में जापान में हुआ था मालाबार सैन्य अभ्यास-
पिछले साल 2019 में इस सैन्य अभ्यास में तीन देशों भारत, अमेरिका व जापान ने हिस्सा लिया था। पिछले साल मालाबार अभ्यास 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक जापान के तट पर हुआ था।
ऐसे में पहली बार अनौपचारिक रूप से बने क्वॉड ग्रुप (Quad group) को एक साथ सैन्य अभ्यास में देखा जाएगा। अभी तक भारत ने ऑस्ट्रेलिया को इससे अलग रखा था लेकिन लद्दाख में सीमा पर चीन की हरकत को देखते हुए उसे भी बुलाने की योजना है। ऐसे में ड्रैगन की बैचेनी बढ़ना स्वाभाविक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑस्ट्रेलिया को औपचारिक रूप से निमंत्रण के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। मालाबार दरअसल पहले नौसैनिक युद्धाभ्यास हुआ करता था लेकिन अब इसे इंडो-पैसिफिक रणनीति का अहम हिस्सा माना जाता है। जापान इससे 2015 में जुड़ा था।
चीन को भारत का जवाब!
ये सबकुछ ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बरकरार है। हाल के दिनों में हालात तो बेहद खराब हो गए थे जब हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए।
बता दें कि मालाबार अभ्यास की शुरुआत भारतीय और अमेरिकी नौसेना के बीच 1992 में हुई थी। पिछले कुछ सालों से ऑस्ट्रेलिया भी इसमें शामिल होना चाहता है। गौरतलब है कि पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल सम्मिट के दौरान कई अहम समझौते भी हुए थे।
ऑस्ट्रेलिया काफी पहले से इस ग्रुप का हिस्सा बनना चाहता था। हालांकि, भारत ने 2017 में ऑस्ट्रेलिया को शामिल करने से रोक दिया था। भारत को अहसास था कि चीन इसे सैन्य विस्तार के तौर पर देख सकता है लेकिन सीमा पर बढ़ी तनातनी और चीन के आक्रामक रवैये को देखते हुए आखिरकार भारत ने भी अब अपना रुख बदल लिया है।