अमेरिका ने कहा, "बांग्लादेश का आम चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं हुआ है"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 9, 2024 09:04 AM2024-01-09T09:04:43+5:302024-01-09T09:13:21+5:30

अमेरिका ने भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में संपन्न हुए आम चुनाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि बांग्लादेश के चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं कहे जा सकते हैं।

America said, "Bangladesh's general elections were not free and fair" | अमेरिका ने कहा, "बांग्लादेश का आम चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं हुआ है"

फाइल फोटो

Highlightsअमेरिका ने बांग्लादेश में संपन्न हुए आम चुनाव पर खड़ा किया सवाल अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि बांग्लादेश के चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं कहे जा सकते हैंअमेरिका की यह कठोर टिप्पणी उस वक्त की गई है, जब शेख हसीना ने शानदार जीत हासिल की है

वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में संपन्न हुए आम चुनाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि बांग्लादेश के चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं कहे जा सकते हैं।

अमेरिका की ओर से बांग्लादेश के प्रति यह कठोर टिप्पणी सोमवार को उस वक्त की गई, जब प्रधान मंत्री शेख हसीना ने विपक्ष के बहिष्कार और सामूहिक गिरफ्तारियों के बीच हुए चुनाव में पांचवीं बार जीत हासिल करके फिर से सत्ता को मुट्ठी में कर लिया है।

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "बांग्लादेश चुनाव के संबंध में अमेरिका अन्य पर्यवेक्षकों के साथ इस संयुक्त विचार को साझा कर रहा है कि ये चुनाव न तो स्वतंत्र हुए और न ही निष्पक् हुए। हमें खेद है कि बांग्लादेश के आम चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने हिस्सा नहीं लिया।"

उन्होंने एक बयान में कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका चुनावों के दौरान और उसके बाद के महीनों में हुई हिंसा की निंदा करता है। हम बांग्लादेश सरकार को हिंसा की रिपोर्टों की विश्वसनीय जांच करने और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए कहेंगे।"

अमेरिका का यह बयान ब्रिटेन की ओर से की गई टिप्पणी का समर्थन करता है, लेकिन अमेरिका के इस बयान से भारत इत्तेफाक नहीं रखता है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के आम चुनाव में शेख हसीना की जीत पर उन्हें बधाई दी।

इस पूरे प्रकरण में दिलचस्प बात यह है कि भारत की तरह अमेरिकी सरकार का कामकाजी संबंध शेख हसीना सरकार से काफी मधुर रहा है। भारत की तरह अमेरिका भी हसीना सरकार को व्यापार समर्थक और इस्लामी चरमपंथ का विरोध करने वाली समान विचारधारा का मानता है, लेकिन वाशिंगटन नागरिक अधिकारों के मुद्दों पर शेख हसीना सरकार की आलोचना से भी नहीं कतराता है।

इस संबंध में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वह बांग्लादेश में चुनी गई नई सरकार के साथ खुले हिंद-प्रशांत महासागर के लिए साझा दृष्टिकोण पर आगे बढ़ाता रहेगा, जो चीन के प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिका के लिहाज से आवश्यक है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसे बांग्लादेश की नई सरकार से मानवाधिकारों और नागरिक समाज के समर्थन में कार्य करने और अमेरिका के साथ आर्थिक संबंधों को और अधिक गहरा बनाने की दिशा में बढ़ने की उम्मीद है।

Web Title: America said, "Bangladesh's general elections were not free and fair"

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