Terrorist Gurpatwant Singh Pannu: खालिस्तान समर्थक समूह ‘सिख फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नून की अमेरिका में सड़क दुर्घटना में ंमौत हो गई। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की। सोशल मीडिया पर खबर ट्रेंड हो रही है। आतंकियों की डर पन्नून कई दिन से अंडर ग्राउड था।
खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार, कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर और अवतार सिंह पूर्बा उर्फ खांडा की मौत के बाद गुरपतवंत सिंह डर के मारे यहां-वहां छिप रहा था। इसे डर था कि जल्द ही मुझे भी मार दिया जाएगा। हाईवे 101 पर पन्नून की सड़क दुर्घटना हुई है।
हाल ही में वांछित खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पंजवार (63) प्रतिबंधित खालिस्तान कमांडो फोर्स-पंजवार समूह का नेतृत्व कर रहा था और भारत ने उसे जुलाई 2020 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एक आतंकवादी घोषित किया था।
इस साल फरवरी में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के स्वयंभू कमांडर बशीर अहमद पीर की पाकिस्तान के रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसी महीने पाकिस्तानी आतंकी संगठन अल बद्र का पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा कराची स्थित अपने आवास के बाहर इसी तरह से मारा गया था।
जबकि कश्मीर में जन्मा आतंकवादी एजाज अहमद अहंगर उर्फ अबू उस्मान अल-कश्मीरी कथित तौर पर अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में फरवरी में कथित तौर पर मारा गया था। वह इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हुआ था। पंजवार 1986 में केसीएफ में शामिल हुआ था। बाद में वह संगठन का प्रमुख बन गया और पाकिस्तान चला गया।
1986 में, केसीएफ का नेतृत्व सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा शापई द्वारा किया जा रहा था जो उस समय भारत के पंजाब में एक पुलिस कांस्टेबल के रूप में कार्यरत था। पंजाब के होशियारपुर के टांडा में 1989 में पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में सुक्खा मारा गया और उसके बाद अमृतसर के सुल्तानविंड का कंवरजीत सिंह केसीएफ का प्रमुख बना जबकि परमजीत सिंह पंजवार उसका उप प्रमुख बना।
लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमले में शामिल रहा खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ता अवतार सिंह पूर्बा उर्फ खांडा की बर्मिंघम स्थित एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो गयी थी। ब्रिटेन के एक सिख संगठन ने यह जानकारी दी। ब्रिटेन में खुद को सबसे बड़े सिख संगठनों में शामिल बताने वाले ‘सिख फेडरेशन यूके’ ने एक बयान में कहा है कि अवतार सिंह रक्त कैंसर से पीड़ित था।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी और वरिष्ठ अधिवक्ता राजविंदर सिंह बैंस की हत्या की साजिश रचने के मामले में वांछित अवतार सिंह प्रतिबंधित संगठन ‘खालिस्तान लिबरेशन फोर्स’ (केएलएफ) के ब्रिटेन और अन्य देशों में सक्रिय सदस्यों के साथ मिलकर ब्रिटेन में आतंकवादी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल था।
अवतार सिंह शुरू में अध्ययन वीजा पर वर्ष 2007 में ब्रिटेन गया था, लेकिन उसने 2012 में वहां शरण ले ली और तब से कभी वापस नहीं आया। आरोप हैं कि कुछ महीने पहले लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर लगे तिरंगे पर हमला करने समेत भारत-विरोधी अन्य गतिविधियों से उसके तार जुड़े थे। हालांकि, उसने इन आरोपों का खंडन किया था। उसका परिवार अब भी मोगा जिले के पुराना में रहता है।