Israel-Hamas war: इजराइल के समर्थन में खुल कर सामने आए अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और जर्मनी, संयुक्त बयान जारी किया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: October 10, 2023 15:09 IST2023-10-10T12:33:54+5:302023-10-10T15:09:06+5:30
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज़, इटली की प्रधान मंत्री मेलोनी, यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बिडेन ने हमास के खिलाफ जंग के लिए इजराइल के प्रति अपना दृढ़ और एकजुट समर्थन व्यक्त किया है।

हमलों के बाद इजराइल युद्ध की घोषणा कर चुका है
Israel-Hamas war updates: हमास द्वारा दक्षिणी शहरों में किए गए हमलों के बाद इजराइल युद्ध की घोषणा कर चुका है। इजराइल को इस जंग में पांच देशों का खुलकर साथ मिला है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज़, इटली की प्रधान मंत्री मेलोनी, यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बिडेन ने हमास के खिलाफ जंग के लिए इजराइल के प्रति अपना दृढ़ और एकजुट समर्थन व्यक्त किया है।
Today, we — President Macron of France, Chancellor Scholz of Germany, Prime Minister Meloni of Italy, Prime Minister Sunak of the United Kingdom, and President Biden of the United States — express our steadfast and united support to the State of Israel, and our unequivocal… pic.twitter.com/mUP4I1MGw0
— ANI (@ANI) October 10, 2023
इन देशों की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया। बयान में कहा गया, "हम, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज़, इटली के प्रधान मंत्री मेलोनी, यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री सुनक, और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बिडेन - इज़राइल राज्य के प्रति अपना दृढ़ और एकजुट समर्थन व्यक्त करते हैं, और हमास और उसके आतंकवादी कृत्यों की स्पष्ट निंदा करते हैं। हम स्पष्ट करते हैं कि हमास की आतंकवादी कार्रवाइयों का कोई औचित्य नहीं है, कोई वैधता नहीं है और इसकी सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए। आतंकवाद का कभी कोई औचित्य नहीं होता। हाल के दिनों में, दुनिया ने भयावह रूप से देखा है कि हमास के आतंकवादियों ने परिवारों का उनके घरों में नरसंहार किया। एक संगीत समारोह का आनंद ले रहे 200 से अधिक युवाओं की हत्या कर दी। बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और पूरे परिवारों का अपहरण कर लिया, जिन्हें अब बंधक बनाया गया है।"
बता दें कि इजराइल ने हमास आतंकवादियों के हमले के जवाब में सोमवार को गाजा पट्टी में हमले तेज कर दिए और पूरी तरह से नाकाबंदी कर वहां खाद्य सामग्री, ईंधन और अन्य सामान की आपूर्ति रोक दी। हमास ने भी कहा कि अगर बिना पूर्व चेतावनी के नागरिकों को निशाना बनाकर हमले किए जाते हैं, तो वह बंधक बनाए गए इजराइलियों को मौत के घाट उतार देगा। इस युद्ध में दोनों पक्षों के करीब 1,600 लोगों की मौत हो चुकी है। युद्ध के तीसरे दिन इजराइल हमास द्वारा दक्षिणी शहरों में किए गए हमलों में मारे गए लोगों के शव तलाश रहा है। बचाव कर्मियों ने एक छोटे कृषि समुदाय बीरी से 100 शव बरामद किए हैं।
वहीं, गाजा में लगातार जारी हवाई हमलों में इमारतों के जमींदोज होने के कारण हजारों निवासी अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। इजराइली सेना ने कहा कि उसने दक्षिणी हिस्से पर फिर से कब्जा जमा लिया है, जहां हमास द्वारा घुसकर हमला करने के घटनाक्रम ने सेना और खुफिया तंत्र को चौंका दिया था। हमास और गाजा में सक्रिय अन्य अतांकवादियों ने दावा किया कि उन्होंने इजराइल के 130 से अधिक सैनिकों और नागरिकों को बंधक बनाया है। इजराइल ने और आक्रमण रोकने के लिए गाजा सीमा पर टैंक और ड्रोन तैनात किए हैं।