सऊदी अरब के बाद यूएई भी हुआ पाकिस्तान पर मेहरबान, 6 अरब डॉलर की आर्थिक मदद करेगा
By भाषा | Updated: January 5, 2019 17:21 IST2019-01-05T17:21:31+5:302019-01-05T17:21:31+5:30
यूएई अपने सहायता पैकेज में पाकिस्तान को 3 अरब अमेरिकी डॉलर की नकद जमा देने के साथ साथ 3.2 अरब अमेरिकी डालर के तेल की आपूर्ति उधार पर करने सुविधा दे सकता है।

सऊदी अरब के बाद यूएई भी हुआ पाकिस्तान पर मेहरबान, 6 अरब डॉलर की आर्थिक मदद करेगा
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वली अहद (युवराज) ज़ायद-अल-नाहियान रविवार को पाकिस्तान आ रहे हैं और इस यात्रा में वह मेजबान देश को अरबों डालर की ऋण सहायता की घोषणा कर सकते हैं।
अल-नाहियान के आने से पहले दोनों पक्ष पाकिस्तान को यूएई की ओर से 6.2 अरब अमेरिकी डालर के वित्तीय सहायता पैकेज की शर्तों को अंतिम रुप दे चुके हैं। उम्मीद है कि यूएई के वली अहद यात्रा के दौरान इस पैकेज की घोषणा करेंगे। पाकिस्तान को अपने विदेशी मुद्रा भंडार और राजकोषीय स्थिति को सुधारने के लिए धन की सख्त जरूरत है।
पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से भी 8 अरब अमेरिकी डॉलर की कर्ज सहायता के लिए बातचीत कर रहा है।
यूएई अपने सहायता पैकेज में पाकिस्तान को 3 अरब अमेरिकी डॉलर की नकद जमा देने के साथ साथ 3.2 अरब अमेरिकी डालर के तेल की आपूर्ति उधार पर करने सुविधा दे सकता है। पाकिस्तान के डॉन अखबार ने देश के एक केंद्रीय मंत्री के हवाले से यह खबर दी है।
खबर में मंत्री के हवाले से कहा गया है कि यूएई के सहायता पैकेज की शर्तें सऊदी अरब से प्राप्त पैकेज की शर्तों जैसी ही हैं।
पकिस्तान को उसके घनिष्ठ मित्र चीन से मोटी मदद मिल रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन की सहायता राशि नहीं बतायी है। उन्होंने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने उन्हें राशि सार्वजनिक करने से मना किया है।
पाकिस्तान मुद्राकोष से ऋण की बात तो कर रहा है पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प यह सुनिश्चत करना चाहते हैं कि इस बहुपक्षीय संस्था से कर्ज में मिले धन का प्रयोग पाकिस्तान चीन के महंगे कर्ज को चुकाने में ना करे।
अमेरिका का मानना है कि चीन के ऋण भार के चलते ही पाकिस्तान आर्थिक कठिनाइयों में फंसा है।