संयुक्त राष्ट्र: आर्थिक संकट से घिरे तालिबान की मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने तालिबान सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को किनारे करते हुए सीधे 23,500 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को करीब 60 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अफगानिस्तान में तालिबान के शासन से पहले विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम को एक बार फिर से शुरू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास एजेंसी यूएनडीपी और ग्लोबल फंड स्वास्थ्य सहायता संगठन ने मिलकर काम किया है.
बता दें कि, आर्थिक और मानवीय संकट से घिरे अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र पर्याप्त सहायता कर पाने में असमर्थ है.
ग्लोबल फंड ने 111 करोड़ रुपये प्रदान किए, जिसमें से लगभग 60 करोड़ रुपये का उपयोग वेतन के लिए किया गया, जबकि बाकी का अधिकांश बुनियादी चिकित्सा उपकरण, आवश्यक दवाएं और आपूर्ति प्रदान करने पर खर्च किया गया था.
वहीं, यूएनडीपी ने अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से 31 में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के हाथों में धन पहुंचाने पर काम किया.
एशिया और प्रशांत के लिए यूएनडीपी क्षेत्रीय निदेशक कन्नी विग्नराज ने कहा कि यूएनडीपी ने कुछ पैसे अफगानिस्तान इंटरनेशनल बैंक को भेज दिए और बाकी पैसे देने के लिए एक सेवा प्रदाता का इस्तेमाल किया. हालांकि, यूएनडीपी ने उसे सुरक्षा कारणों से पहचानने से इनकार कर दिया.