अफगानिस्तानः काबुल से महज 150 किमी दूर गजनी शहर पर तालिबान का कब्जा, UNO ने कहा-करीब चार लाख लोग विस्थापित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 12, 2021 14:26 IST2021-08-12T14:25:30+5:302021-08-12T14:26:33+5:30
तालिबान अब गवर्नर कार्यालय सहित गजनी में सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को नियंत्रित कर लिया है। बीते एक हफ्ते में विद्रोही 10 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुके हैं।

काबुल में अफगान केंद्रीय सरकार और सुरक्षा बलों ने गजनी पर तालिबान के कब्जे के बात अभी स्वीकार नहीं की है। (फाइल फोटो)
काबुलः तालिबान ने कथित तौर पर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से सिर्फ 150 किमी (95 मील) दूर स्थित गजनी शहर पर कब्जा कर लिया है। बीते एक हफ्ते में विद्रोही 10 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुके हैं।
वरिष्ठ सांसद के हवाले से कहा कि तालिबान अब गवर्नर कार्यालय सहित गजनी में सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को नियंत्रित कर लिया है। प्रांतीय परिषद के प्रमुख नासिर अहमद फकीरी के हवाले से बताया, "तालिबान ने शहर के प्रमुख क्षेत्रों- राज्यपाल कार्यालय, पुलिस मुख्यालय और जेल पर नियंत्रण कर लिया।"
फकीरी ने कहा कि क्षेत्र में विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच लड़ाई जारी है। हालांकि शहर का एक बड़ा हिस्सा विद्रोहियों के हाथों में है। अफगानिस्तान के दो अधिकारियों और तालिबान संगठन की ओर से कहा गया कि उग्रवादियों ने बृहस्पतिवार को प्रांतीय राजधानी गजनी पर कब्जा कर लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में लड़ाई अब भी चल रही है। तालिबान वहां अपने झंडे फहरा रहे हैं और कई घंटों तक चले भारी संघर्ष के बाद अब शहर में शांति है। हालांकि काबुल में अफगान केंद्रीय सरकार और सुरक्षा बलों ने गजनी पर तालिबान के कब्जे के बात अभी स्वीकार नहीं की है। गजनी, काबुल के दक्षिणपश्चिम में स्थित है।
अफगानिस्तान में संघर्ष के कारण इस साल अब तक करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए : संयुक्त राष्ट्र
अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच इस साल की शुरुआत से करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए हैं, खासकर मई में बड़ी संख्या में लोग विस्थापन के लिए मजबूर हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। अमेरिका ने युद्धग्रस्त देश में करीब दो दशक से जारी अपनी सैन्य उपस्थिति को खत्म करने की कवायद में लगभग अपने ज्यादातर बलों को वापस बुला लिया है और इस प्रक्रिया के 31 अगस्त तक पूरी होने की उम्मीद है।
अमेरिका ने एक मई से अपने बलों को अफगानिस्तान से वापस बुलाना शुरू किया था, तब से ही वहां पर आतंकवादी हमले एकाएक बढ़ गए हैं। तालिबान आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की प्रांतीय राजधानियों में से एक चौथाई पर कब्जा कर लिया है। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस साल की शुरुआत से करीब 3,90,000 लोग देश में संघर्ष के कारण विस्थापित हुए हैं, विस्थापित लोगों की संख्या मई में एकाएक बढ़ी है।’’
उन्होंने कहा कि संरा मानवीय मामलों के सहयोगियों के अनुसार एक जुलाई से पांच अगस्त, 2021 के बीच मानवीय समुदाय ने सत्यापित किया है कि आंतरिक रूप से विस्थापित 5,800 लोग काबुल पहुंचे जो संघर्ष एवं अन्य खतरों से बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इन लोगों को भोजन, घरेलु वस्तुएं, पानी और स्वच्छता संबंधी मदद मुहैया करवाई गई हैं।
दुजारिक ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग खुले में रह रहे हैं। खुले और उद्यानों में रह रहे विस्थापित लोगों की स्थिति का आकलन करने के लिए दस दलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अतिरिक्त 4,522 विस्थापित लोगों की पहचान की है जिन्हें आश्रय, भोजन, साफ-सफाई और पेयजल की जरूरत है। अस्थायी स्वास्थ्य शिविर और सचल स्वास्थ्य दल इन लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा रहे हैं।’’