सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए : भारत
By भाषा | Updated: February 4, 2021 21:59 IST2021-02-04T21:59:49+5:302021-02-04T21:59:49+5:30

सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए : भारत
(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, चार फरवरी भारत ने एक बार फिर दोहराया है कि सीरिया में रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल की जांच निष्पक्ष एवं वस्तुनिष्ठ रूप से करने की जरूरत है।
भारत ने कहा कि मामले का ‘राजनीतिकरण’ करने का नतीजा होगा कि पक्षकार ‘सख्त रुख अख्तियार’ करेंगे और समाधान के लिए चल रही कोशिश पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा।
भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि एवं राजनीतिक समन्वयक आर रवींद्र ने सीरिया (रासायनिक हथियार) पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक में बुधवार को कहा कि नयी दिल्ली सीरिया एवं रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के तकनीकी सचिवालय के बीच संवाद एवं समन्वय को सभी लंबित मुद्दों के यथाशीघ्र समाधान के लिए प्रोत्साहित करना जारी रखेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत लगातार रासायनिक हथियार के इस्तेमाल के किसी आरोप की निष्पक्ष एवं वस्तुनिष्ठ जांच को रेखांकित करता रहा है जो करार में तय प्रावधान एवं प्रक्रिया के तहत होनी चाहिए। किसी भी चिंता का समाधान संबंधित पक्षों के बीच विचार विमर्श के जरिये होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि मामले के राजनीतिकरण का नतीजा होगा कि पक्षकार सख्त रुख अपनाएंगे, जो किसी समाधान के जिए जारी कोशिश को पटरी से उतार सकते हैं।’’
रविंद्र ने जोर देकर कहा कि भारत जन संहार के खतरनाक हथियारों के आतंकवादी संगठन या व्यक्ति के हाथों में पहुंचने को लेकर चिंतित है।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी समूहों ने दशक से सीरिया में जारी संघर्ष का लाभ उठाया है और वे पूरे क्षेत्र के लिए खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। इलाके में आईएसआईएस के दोबारा उभरने की खबरें लगातार सुनी जा रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि दुनिया इन आतंकवादियों को कोई पनाहगाह देने या आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई में ढील को वहन नहीं कर सकती।
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