श्रीलंका: बिगड़ रहे हैं हालात, सुरक्षाबलों के साथ झड़प में अब तक 45 घायल, एक की मौत
By शिवेंद्र राय | Published: July 14, 2022 06:27 PM2022-07-14T18:27:57+5:302022-07-14T18:30:58+5:30
देश छोड़कर भागे श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर होते हुए सऊदी अरब जा रहे हैं। इधर देश में बिगड़ते हालात के बीच कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए सेना सड़कों पर उतर गई है।
कोलंबो: श्रीलंका में राजनीतिक हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी अब भी सड़को पर डटे हुए हैं और पीछे हटने के लिए राजी नहीं हैं। इस बीच न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने स्थानीय मीडिया के हवाले से खबर दी है कि सुरक्षाबलों के साथ झड़प में अब तक 45 लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस के साथ झड़प के दौरान आंसू गैस का शिकार हुए एक 26 वर्षीय प्रदर्शनकारी ने दम तोड़ दिया है। 26 साल के इस प्रदर्शनकारी को आंसू गैस के चपेट में आने के बाद से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
सऊदी अरब निकले गोटबाया राजपक्षे
बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच देश छोड़कर भाग चुके राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर के रास्ते सऊदी अरब जा रहे हैं। गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई को ही अपना इस्तीफा देने वाले थे लेकिन अब तक उन्हेंने अपना पद नहीं छोड़ा है। राजपक्षे ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया है।
कोलंबो में लगा कर्फ्यू
लगातार तेज होते विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार ने कोलंबो में 14 जुलाई को दोपहर 12 बजे से 15 जुलाई की सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को पीएम कार्यालय पर धावा बोलकर उनके इस्तीफे की मांग की थी। संभव है कि अगले हफ्ते तक श्रीलंका को एक पूर्णकालिक राष्ट्रपति मिल जाएं। सत्ताधारी दल में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ही राषट्रपति के लिए पहली पसंद हैं। हालांकि विक्रमसिंघे का भी विरोध जारी है।
सेना ने संभाला मोर्चा
बिगड़ते हालात के बीच सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सरकार ने हालात संभालने के लिए सेना को पर्याप्त ताकत के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। सेना के वाहन सड़कों पर हैं। बख्तरबंद वाहनों से अब प्रदर्शनकारियों पर नजर रखी जा रही है।
बता दें कि प्रदर्शनकारी सरकारी इमारतों पर से कब्जा छोड़ने के लिए भी राजी हो गए हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शांति की अपील करते हुए कहा है कि, "मैं सभी पार्टी नेताओं से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना को अपनाने का आग्रह करता हूं।"