चीन समेत 15 देशों ने दुनिया के सबसे बड़े मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर, जानें भारत इसमें क्यों नहीं हुआ शामिल
By अनुराग आनंद | Published: November 16, 2020 09:08 AM2020-11-16T09:08:26+5:302020-11-16T09:09:53+5:30
आरसीईपी में 10 आसियान देशों के अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
नई दिल्ली: चीन ने व्यापार को बढ़ाने के लिए करीब 15 देशों के साथ मिलकर एक समझौता किया है। एशिया प्रशांत क्षेत्र के 15 देशों ने दुनिया की सबसे बड़ी मुक्त व्यापार संधि माने जाने वाले क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एबीसी न्यूज की मानें तो 10 आसियान देशों के अलावा इसमें चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं। चीन का सस्ता सामान देश में आने की चिंता के मद्धेनजर भारत पिछले साल इसमें शामिल नहीं हुआ था।
इस ग्रुप में भारत (इंडिया) यदि चाहेगा तो बाद में आसानी से शामिल हो सकता है। रिपोर्ट की मानें तो ऑनलाइन बैठक में साइन कर करीब 10 आसियान देशों के प्रतिनिधी ने हस्ताक्षर किए हैं।
इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले मेजबान देश वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फू ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि आठ साल की कड़ी मेहनत के बाद, आज हम आरसीईपी वार्ता को आधिकारिक तौर पर हस्ताक्षर करने के लिए एक निष्कर्ष पर ले आए हैं।
फू ने कहा कि आरसीईपी संगठन दुनिया भर में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (मुक्त व्यापार एग्रीमेंट) को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद आसियान के प्रतिनिधी देश दुनिया भर के व्यापार और सप्लाई चैन को बेहतर करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
इस समझौते से सदस्य देशों के बीच व्यापार पर पहले से कम टैरिफ लगेगा। मिल रही जानकारी के मुताबिक, आरसीईपी समझौता 11 देशों के ट्रांस-पैसिफिक व्यापार सौदे की तुलना में व्यापक है। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पद ग्रहण करने के तुरंत बाद ट्रांस-पैसिफिक व्यापार सौदे से खुद को बाहर खींच लिया है। इसके बाद से ही यह संस्था एक बड़ी आर्थिक संगठन के तौर पर सामने आया है।