उत्तर प्रदेश: गाड़ी चलानी नहीं आती थी तो 10 किलोमीटर तक धक्का देकर चुरा ले गए वैन, कानपुर में चोरी की हैरान करने वाली घटना
By अंजली चौहान | Published: May 24, 2023 04:10 PM2023-05-24T16:10:39+5:302023-05-24T16:13:54+5:30
उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन छात्रों ने वैन चुराने की घटना को अंजाम दिया।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में चोरी की एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। यहां फिल्मी अंदाज में तीन लोगों ने एक गाड़ी चोरी की।
तीनों युवकों ने साथ भी चोरी की इस घटना को अंजाम दिया लेकिन अजीब बात ये हुई कि चोरों के हौसले तो बुलंद थे लेकिन किसी भी को भी गाड़ी चलाना नहीं आता था। इसके बावजूद वह रूके नहीं और तीनों ने वैन को कई किलोमीटर तक धक्का देकर वारदात को अंजाम दिया।
ये अजीबोगरीब घटना कानपुर के नजीराबाद की है। जहां बदमाशों की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने वैन चोरी कर करीब 10 किलोमीटर तक उसे धक्का देकर एक सुनसान जगह पर लेकर आए।
बैखोफ ये तीनों चोर वैन को सुनसान जगह पर ले गए लेकिन इसके बाद वह उसे धक्का देकर उससे ज्यादा आगे नहीं ले जा सके। चूंकि किसी को भी कार चलानी नहीं आती थी इसलिए उन्होंने गाड़ी को वहीं छोड़कर भागने का फैसला किया।
इस दौरान चोरों ने कार की नंबर प्लेट निकाल कर उसे सुनसान जगह छोड़ दिया।
घटना उस वक्त सामने आई जब मंगलवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, तीनों युवक छात्र है जो कि जल्द पैसे कमाने की छाह में थे इसलिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था।
तीनों की पहचान सत्यम कुमार, अमन गौतम और अमित वर्मा के रूप में हुई है। सत्यम जहां महाराजपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहा है, वहीं अमन डीबीएस कॉलेज से बीकॉम अंतिम वर्ष का छात्र है। अमित कार्यरत है।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) भीज नारायण सिंह ने कहा कि तीनों आरोपियों ने 7 मई को डबौली इलाके से वाहन चुराया था। उन्होंने कहा, "इन लोगों ने वैन चुराई थी, लेकिन उनमें से कोई भी गाड़ी चलाना नहीं जानता था।
इसलिए, उन्होंने वैन को डबौली से कल्याणपुर तक 10 किलोमीटर तक धकेला, उसकी नंबर प्लेट हटा दी और उसे सुनसान जगह पर छिपा दिया।कोई भी वाहन चलाना नहीं जानता था लेकिन इसे चुराने के बाद, उन्होंने सोचा कि वे इसे बेच देंगे।"
एसीपी ने कहा कि लूट की पूरी साजिश अमित ने रची थी। उन्होंने यह भी कहा कि चोरी के वाहनों को सत्यम द्वारा बनाई जा रही वेबसाइट के जरिए बेचने की योजना थी।
एसीपी ने आगे कहा, "सत्यम चोरी के वाहनों को बेचने के लिए एक वेबसाइट बना रहा था। उसकी योजना थी कि अगर बाजार में वाहन नहीं बिकेंगे तो वह उन्हें वेबसाइट के जरिए बेच देगा।"
पढ़ाई कर रहे छात्रों द्वारा इस तरह चोरी करने की घटना सामने आने के बाद सभी हैरान हो गए। अब इलाके में इस घटना की चर्चा हो रही है। वहीं, पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले में आगे की जांच कर रही है।