यूपी के इस 13 साल की लड़की ने रोका बाल विवाह, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले योगी सरकार करेगी सम्मान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 4, 2020 04:32 PM2020-03-04T16:32:23+5:302020-03-04T16:32:23+5:30
भारत में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल है जबकि लड़कों की कानून उम्र 21 साल है. भारत में बाल विवाह कानून होने के बावजूद अठाहर साल की उम्र से आज भी सैकड़ों लड़कियों की शादी जबरन करवा दी जाती है.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बाल विवाह (चाइल्ड मैरिज) को रोकने वाली 13 साल की लड़की सम्मानित करेंगे। वनिष्का गौतम ने पिछले साल अपनी 16 वर्षीय चचेरी बहन का विवाह रोका था। यूपी की मेरठ की रहने वाली वनिष्का 8वीं क्लास की छात्रा हैं। गौतम कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 मार्च को वनिष्का सहित 20 लड़कियों को सम्मानित करने वाले हैं।
पढ़ें बाल विवाह रोकने वाली वनिष्का गौतम की कहानी
वनिष्का के अनुसार, एक साल पहले मेरे चाचा-चाची मेरी चचेरी बहन की शादी करने की तैयारी कर रहे है। मैंने अपने पूरे परिवार को समझाया कि वह 18 साल से पहले शादी नहीं कर सकते हैं। इसके बाद परिवार बहन की पढ़ाई जारी रखने पर सहमत हुआ। वनिष्का गौतम महिला कार्यकर्ताओं की समूह 'मीना मंच' की सदस्य है।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन कुमारी प्रियांकर ने कहा, वनिष्का को 5 मार्च को लखनऊ बुलाया गया है। यह हमारे स्कूल के लिए गर्व की बात है कि राज्य स्तर पर सम्मान मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली लड़कियों को दिया जाता है।
पिछले साल टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और ओडिशा में बाल विवाह के दर में काफी कमी आई है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) के अनुसार, देश में बाल विवाह की दर 11.9 फीसदी है। पश्चिम बंगाल में बाल विवाह दर 25 फीसदी से ज्यादा है।