नए साल पर शराब पार्टी, जेल तो मेरा ससुराल है घूमने तो जाऊंगा ही, वीडियो वायरल
By एस पी सिन्हा | Updated: January 1, 2022 19:42 IST2022-01-01T19:41:49+5:302022-01-01T19:42:49+5:30
बिहार के सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र के बसंतपुर मध्य विद्यालय का बताया जा रहा है. फेसबुक पर लाइव भी आया और इस वीडियो को अपलोड कर दिया.

वायरल यह वीडिया उनके पास भी आया है. फिलहाल वे इस मामले की जांच कर रहे हैं.
बिहारः बिहार में शराबबंदी कानून को लागू कराने के लिए सरकार के द्वारा दिखाई जा रही सख्ती की पोल खोलने वाली एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें कुछ युवक कहते हैं कि जेल तो उनका ससुराल है. नए साल के स्वागत के लिए कुछ युवकों ने स्कूल परिसर में ही शराब पार्टी की.
सोशल मीडिया पर शराब पार्टी किए जाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. घटना सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र के बसंतपुर मध्य विद्यालय का बताया जा रहा है. वायरल हो रहे वीडियो में यह देखा जा रहा है कि 6 युवकों ने शराब पार्टी की और मीट भी खाया. यही नहीं फेसबुक पर लाइव भी आया और इस वीडियो को अपलोड कर दिया.
देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों शराबबंदी कानून का इन्हें खौफ जरा भी नहीं है. तभी तो एक शख्स ने यहां तक कह दिया कि जेल तो मेरा ससुराल है घूमने तो जाऊंगा ही. शराब की बोतल लेकर सभी युवकों ने फोटो खिचवाई फिर शराब और मीट के साथ फेसबुक पर लाइव भी आए. यही नहीं जब नशा चढ़ा तब भोजपुरी गानों पर थिरकने भी लगे. हाथ में गिलास लेकर सभी झूमते नजर आए.
ऐसा लग रहा था कि कुछ देर के लिए लोग यह भूल बैठे थे की बिहार में शराबबंदी है. लड़कों ने कहा शराब पीने के बाद जेल गए भी तो मजा आएगा. खासकर जब मौका और नए साल के जश्न का है तो हर सजा कबूल है. सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि इन युवकों के चेहरे पर पुलिस का खौफ नहीं था. इस संबंध में जब रीगा थानाध्यक्ष संजय कुमार से बात की गई, तब उन्होंने बताया कि वायरल यह वीडिया उनके पास भी आया है. फिलहाल वे इस मामले की जांच कर रहे हैं. जांच में दोषी पाए जाने पर सभी पर कार्रवाई की जाएगी.
उधर, वीडियो जितनी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उतनी ही बुलंदी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी के संकल्प ठेंगा दिखा रहा है. तस्वीर गवाह है कि ऐसा करते हुए इन युवाओं के चेहरे पर ना कोई पश्चाताप है और ना ही कोई डर. यहां उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार इन दिनों भारी-भरकम खर्च करके जिलों में जा जाकर समाज को सुधारने में लगे हैं. इस दौरान जीविका दीदियों और सरकारी तंत्र को बडे़-बडे़ पाठ पढ़ाए जा रहे हैं. बावजूद इसके शराबबंदी कानून का मजाक उड़ता दिख ही जा रहा है.
यहां बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिन जीविका दीदियों के सहारे शराबबंदी कानून को सफल बनाने का दावा कर रहे हैं, वही जीविका दीदियां यह कह रही हैं कि सब जगह धडल्ले से शराब पिया और पिलाया जा रहा है. दीदी पुलिस वालों को इसकी जानकारी देती है तो कोई कार्रवाई नहीं होती. उल्टे पीने वालों को यह जानकारी मिल जाती है कि यह सूचना किसने पुलिस तक पहुंचाई.
ऐसे में वह अपनी जान को क्यों गंवाने जाएंगी. यह बात हर जगह जीविका दीदी कहती मिल जाती है. इसतरह से नए साल के मौके पर सरकारी भवन में दारू पार्टी कि यह घटना राज्य में प्रभावी शराबबंदी की पोल खोल रही है. लोगों का भी यह भी कहना है कि पुलिस के प्रति नशेबाजों में किसी तरह का खौफ नहीं है यही कारण है कि ये नशे में यह कहते नजर आ रहे हैं कि जेल तो मेरा ससुराल है घूमने तो जाऊंगा ही.