वैज्ञानिकों ने 2000 साल पहले रही महिला के चेहरे को फिर से किया तैयार, सऊदी अरब में किया जा रहा प्रदर्शित
By विनीत कुमार | Published: February 7, 2023 01:25 PM2023-02-07T13:25:46+5:302023-02-07T13:31:42+5:30
प्रचीन नबाटियन सभ्यता के दौरान की एक महिला के चेहरे को फिर से तैयार किया गया है। उसके मिली हड्डियों और अन्य जानकारियों के आधार पर इसे तैयार किया गया है।
रियाद: सऊदी अरब ने 2000 साल से भी ज्यादा समय से पहले रही एक नबाटियन महिला के फिर से तैयार किए चेहरे को प्रदर्शित किया है। 'द नेशनल' की एक रिपोर्ट के मुताबिक कई इतिहासकारों और पुरातत्वविदों द्वारा सालों की मेहनत के बाद यह चेहरा तैयार किया गया है और लोगों के सामने प्रदर्शन के लिए रखा गया है।
नबाटियन एक प्राचीन सभ्यता का हिस्सा थे जो अरब प्रायद्वीप में रहती थी। प्राचीन जॉर्डन का पेट्रा शहर इस रियासत की राजधानी था। महिला का पुनर्निर्मित चेहरा एक महिला 'हिनात' के अवशेषों पर आधारित है, जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हेगरा में एक मकबरे में खोजा गया था। नेशनल की रिपोर्ट के अनुसार हिनात के साथ 69 अन्य लोगों के अवशेष मकबरे में पाए गए।
वैज्ञानिक इनपुट और कलात्मक स्वभाव को मिलाकर बेहद जटिल प्रक्रिया के तहत चेहरे का पुनर्निर्माण किया गया है। यूके स्थित इस परियोजना को रॉयल कमीशन फॉर अलऊला (AlUla) द्वारा वित्त पोषित किया गया था।
रॉयल कमीशन फॉर अलऊला की लीला चैपमैन ने द नेशनल को बताया, 'वास्तव में दिलचस्प बात यह है कि जब हम नबाटियन के बारे में सोचते हैं, तो हम स्मारकों के बारे में सोचते हैं और हम वास्तुकला के इन करतबों के बारे में सोचते हैं। इस परियोजना ने हमें जो करने में सक्षम बनाया है वह ये हम एक व्यक्ति को जाकर देख सके, जो हमें एक अलग दृष्टिकोण से चीजों को देखने की क्षमता देता है।'
उन्होंने आगे कहा, 'यह हमें बताता है कि हेगरा सिर्फ कब्रों की जगह नहीं थी, बल्कि एक जीवंत जगह थी जहां लोग रहते थे और काम करते थे और मर जाते थे।'
कैसे तैयार किया गया महिला का चेहरा
सीएनएन के अनुसार विशेषज्ञों की टीम ने प्राचीन डेटा का उपयोग करके उस महिला की एक छवि बनाने के लिए मकबरे में पाए गए हड्डी के टुकड़ों का इस्तेमाल किया। इसके बाद महिला के चेहरे को तराशने के लिए 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल किया गया।
इस परियोजना की निदेशक लैला नेहमे ने नेशनल ज्योग्राफिक को बताया, 'नबाटियन एक रहस्य की तरह हैं। हम बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन साथ ही हम बहुत कम जानते हैं क्योंकि उन्होंने कोई लिखित साहित्य या रिकॉर्ड नहीं छोड़ा। इस मकबरे की खुदाई में उनके मौत के बाद के विचारों के बारे में अधिक जानने का यह एक शानदार अवसर था।'
विशेषज्ञों के अनुसार वे जानते थे कि इस परियोजना में मानव अवशेष शामिल हैं, इसलिए इसे सम्मानजनक तरीके से अंजाम दिया गया, जिसमें हिनाट की खोपड़ी का कैट (CAT) स्कैन भी शामिल था।