'क्या रविवार शाम 5 बजे पीएम मोदी के सम्मान में बालकनी में होना है खड़ा', जानें इस वायरल दावे की सच्चाई?
By पल्लवी कुमारी | Published: April 9, 2020 11:12 AM2020-04-09T11:12:50+5:302020-04-09T11:12:50+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देशवासियों ने पिछले माह घर के बाहर खड़े होकर थाली, घंटी बजाकर कोरोना फाइटर के प्रति सम्मान दर्शाया था। वहीं पिछले रविवार दीये-मोमबत्ती जलाए गए थे।
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि रविवार को शाम 5 बजे घर की बालकनी में खड़े होकर कोरोना के खिलाफ 'जंग' में जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सम्मान जताना है। इस पोस्टर के वायरल होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि यह पोस्टर फर्जी है। प्रसार भारती ने भी लोगों से इस पर ध्यान न देने की अपील की है।
प्रसार भारती की ओर से किए गए फैक्ट चेक ट्वीट में कहा गया है कि पोस्टर सोशल मीडिया सर्किट में काफी वायरस हो रही है। लोगों से अनुरोध है कि इस पर कोई ध्यान न दें। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि प्रथम दृष्टया यह उनके नाम को विवाद में घसीटने की कोशिश प्रतीत होती है।
Fact Check:
— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) April 8, 2020
The origins of this poster which is doing rounds in some social media circuits is questionable and suspect. People are requested to not pay any attention to it. PM @narendramodi has said prima facie this seems to be an attempt to drag his name into controversy. pic.twitter.com/UIEBD4ivDI
इसी पोस्टर के वायरल होने के बाद पीएम मोदी ने किया ये दो ट्वीट
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।''
हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2020
एक अन्य ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ''हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।''