'डियर पीएम अब वक्त है कि आप प्रज्ञा, गोडसे व बापू में से किसी एक को चुनें', ठाकुर के 'गोडसे देशभक्त' बयान पर मोदी की हुई किरकिरी
By पल्लवी कुमारी | Published: November 28, 2019 11:12 AM2019-11-28T11:12:03+5:302019-11-28T11:12:03+5:30
लोकसभा चुनाव -2019 प्रचार के दौरान भी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था जिसकी वजह से बड़ा राजनीतिक विवाद मचा था। बाद में उन्होंने अपने बयान के लिये माफी मांग ली थी।
मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर से महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' कहा है। बुधवार (27 नवंबर) को लोकसभा में डीएमके सांसद ए. राजा ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान प्रज्ञा ने यह टिप्पणी की। सांसद ए. राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिये गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा? ए. राजा गोडसे का अदालत में दिया बयान पढ़ ही रहे थे कि हस्तक्षेप करते हुए प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया। बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जैसे ही गोडसे को देशभक्त बताया सोशल मीडिया पर हैशटैग #PragyaSinghThakur के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना होने लगी।
कांग्रेस छोड़ शिवसेना में गईं प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा, डियर पीएम मोदी अब वक्त आ गया है कि आप प्रज्ञा सिंह ठाकुर, महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे में किसी एक का चुनाव करें।
Dear @PMOIndia time you chose between #PragyaSinghThakur Godse & Mahatma Gandhi
— Swati Chaturvedi (@bainjal) November 28, 2019
टीवी पत्रकार और एंकर रुबिका लियाकत ने लिखा है, ''सजा की जगह ईनाम मिलेगा तो संदेश यही जाएगा कि प्रज्ञा ने अबतक जो किया सही किया। पार्टी और पीएम की सख्त हिदायत के बावजूद प्रज्ञा के मुंह से बार-बार गोडसे की तारीफ इसलिए निकलती है क्योंकि गोडसे भक्ति प्रज्ञा के डीएन में है। बापू का देश है गोडसे का नहीं।''
@BJP4India please release her payment ASAP #PragyaSinghThakur#GodiMediahttps://t.co/Pmymm4QjaG
— ☭ Rajit ☭ (@rajitr) November 28, 2019
पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने लिखा है कि प्रज्ञा सिंह के लिए संसद में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
On my morning walk today, huge disdain for comments made by #PragyaSinghThakur . Shows middle classes do remain engaged with politics. She really has no place in parliament. Period. #viewpoint
— bhupendra chaubey (@bhupendrachaube) November 28, 2019
While #PragyaSinghThakur keeps making bloopers, other BJP MPs are terrified of saying something amiss. I met @iamsunnydeol and suggested an interview and he cheerily said- ‘Let me get matured first!’ ☺️
— sunetra choudhury (@sunetrac) November 28, 2019
विधायक प्रियंका खड़गे ने कहा, मैं प्रज्ञा का बयान देखकर हैरान नहीं हूं।
Not surprised! Terror accused calling a terrorist Desh Bhakt.Expecting any action by BJP is futile,she is just a mouthpiece of their ideology & narrative.
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) November 28, 2019
Most unfortunate thing is that such people are duly elected by people.
Surely #PragyaSinghThakur will be felicitated for it https://t.co/qwuuI3R36a
देखें और लोगों की प्रतिक्रिया
Godse was terrorist, #PragyaSinghThakur is terror suspect.. Both are same...
— Asif kunnath (@Asifkunnath) November 28, 2019
BJP working president @JPNadda "Statement given by Pragya Singh Thakur yesterday is condemnable. Party doesn't support this statement nor this ideology". Meanwhile #PragyaSinghThakur has been removed from Parliamentary committee on Defence
— Sanjay Bragta (@SanjayBragta) November 28, 2019
Another classic case of too little too late. @narendramodi@JPNadda#PragyaSinghThakurhttps://t.co/WRWkCH5Pmn
— GhoseSpot (@SandipGhose) November 28, 2019
What does "disassociate" mean when the BJP gave her a ticket for these very views. Nothing short of her expulsion and public denouncement of Godse will even begin to cover. #PragyaSinghThakur#Gandhi#RSShttps://t.co/AMuCJt0MRR
— Ruchi Gupta (@guptar) November 28, 2019
Some action against #PragyaSinghThakur. The terror accused MP is removed from the Parliamentary Committee on Defence.
— Sanjukta Basu (@sanjukta) November 28, 2019
#PragyaSinghThakur removed from Parliamentary commitee on Defence reports @CNNnews18 's @payalmehta100https://t.co/iOYO9GdNLO
— Maha Siddiqui (@SiddiquiMaha) November 28, 2019
गोडसे को देशभक्त बताने के बाद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालाय की कमेटी से हटाया गया
गोडसे को देशभक्त बताने के बाद बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालाय की कमेटी से हटा दिया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर अब से पार्टी की होने वाली संसदीय दल की बैठक में भी शामिल नहीं होंगी।
गोडसे पर प्रज्ञा की टिप्पणी के लिए कांग्रेस ने मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सांसद के खिलाफ प्रधानमंत्री की ‘निष्क्रियता’ गोडसे के विचारों के लिए उनके समर्थन को साबित करती है। विपक्ष पार्टी ने कहा कि ठाकुर की टिप्पणी भाजपा की नफरत की ‘राजनीति का प्रतिनिधित्व’ करती है।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी गोडसे को देशभक्त करार दिया था
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था जिसकी वजह से बड़ा राजनीतिक विवाद मचा था। बाद में उन्होंने अपने बयान के लिये माफी मांग ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालांकि कहा था, “गांधीजी या नाथूराम गोडसे के बारे में टिप्पणी बेहद खराब और समाज के लिये बेहद गलत थी....उन्होंने माफी मांग ली है लेकिन मैं उन्हें कभी भी मन से माफ नहीं कर पाउंगा।”
विवादित नेता ने एक रोडशो में शामिल होने के दौरान कहा था, “नाथूराम गोडसे एक देशभक्त थे, हैं और एक देशभक्त रहेंगे। जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादों से गहरा नाता
मध्य प्रदेश की प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट और आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड के बाद चर्चा में आईं। प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव धमाके की आरोपी के तौर पर करीब 9 साल जेल में रहीं और फिर जमानत पर बाहर आईं। लोकसभा चुनाव-2019 में बीजेपी ने उन्हें भोपाल सीट से अपना उम्मीदवार बनाया।