प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (23 जुलाई) को अपने सोशल मीडिया पर एक छोटे बच्चे के साथ बड़ी ही प्यारी तस्वीर शेयर की है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि एक बहुत ही खास दोस्त आज संसद में मुझसे मिलने आया। ये बच्चा भाजपा के राज्यसभा सांसद सत्यनारायण जाटिया का पोता है। पीएम ने बच्चे के साथ खेलते हुए अपनी दो तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वह उसके साथ खेलते हुए दिख रहे हैं।
पीएम मोदी ने जैसे ही ये तस्वीर अपने इंस्टाग्राम और फेसबुक पोस्ट पर शेयर की ये तस्वीर वायरल हो गई। लोग इसपर तरह-तरह के रिएक्शन आने लगे। कई लोग तो ये जानना चाहते थे कि आखिर .े बच्चा है कौन। कुछ लोगों ने इसे पिक ऑफ द डे का भी खिताब दे दिया।
इस तस्वीर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुये लिखा, पीएम मोदी से लोग डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर जवाब मांग रहे हैं और पीएम मोदी इस तस्वीर के जरिए अपना इरादा जाहिर कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के इस ट्वीट के बाद लोगों ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप को लेकर मीम शेयर किये। कुछ लोगों ने लिखा जैसे पीएम मोदी इस बच्चे को खेला रहे हैं, वैसे ही ट्रंप को भी खेलायेंगे।
कुछ यूजर ने तो फोटोशॉप के जरिए बच्चे के चेहरे पर अमेरिकी राष्ट्रपति और राहुल गांधी के चेहरे लगा दिये।
आखिर डोनाल्ड ट्रंप के मीम्स क्यों बने
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पीएम इमरान खान से 23 जुलाई को मिलने के बाद एक साझा प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कश्मीर मुद्दे पर मदद करने के लिए कहा था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि मोदी और उन्होंने पिछले महीने जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की थी जहां भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कश्मीर पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की पेशकश की थी।
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री मोदी के साथ था और हमने इस विषय (कश्मीर) पर बात की थी। और उन्होंने वास्तव में कहा, ‘क्या आप मध्यस्थता या मध्यस्थ बनना चाहेंगे?’ मैंने कहा, ‘कहाँ?’ (मोदी ने कहा) ‘‘कश्मीर।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि यह कई वर्षों से चल रहा है। मुझे आश्चर्य है कि यह कितने लंबे समय से चल रहा है।’’ ट्रंप ने कहा कि यदि दोनों देश कहेंगे तो वह मदद के लिए तैयार हैं। हालांकि बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के इस दावे को गलत बताया।