पीएम मोदी ने किया राम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान, ट्विटर पर यूजर्स बोले-राजतिलक की करो तैयारी, राम मंदिर की हो गई तैयारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 5, 2020 12:16 PM2020-02-05T12:16:57+5:302020-02-05T12:16:57+5:30
‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ ट्रस्ट की घोषणा कर दी गई है लेकिन इसके सदस्यों के नाम का खुलासा अभी नहीं हुआ है.
मोदी कैबिनेट ने ‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में इस बाबत घोषणा की । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने अयोध्या कानून के तहत अधिग्रहीत 67.70 एकड़ भूमि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को हस्तांतरित करने का फैसला किया है। इसके बाद से सोशल मीडिया पर #Rammandir और #Ayodhya ट्रेंड में आ गया।
राजतिलक की करो तैयारी,
— Abhishek Pandya (@iabhishekpandya) February 5, 2020
राम मंदिर की हो गई तैयारी।
Great start of the day with listening to the announcement of RamJanmabhoomi Teertha Kshetra’s establishment by @NarendraModi ji’s govt. Day by day, India is inching towards having a Grand #RamMandir in #Ayodhya
🚩 जय श्री राम 🚩 pic.twitter.com/JRN3wGTckF
जानें संसद में क्या कहा पीएम मोदी ने
बुधवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सदन को बताया कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के आलोक में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया गया था और योगी सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें आज इस सदन को और पूरे देश को यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है। मंत्रिमंडल की बैठक में न्यायालय के आदेशों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। भगवान राम के मंदिर के निर्माण और अन्य विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की गयी है।
जय श्रीराम 🚩🚩
— बृजेश शुक्ल (@Brijesh51176571) February 5, 2020
राम मंदिर निर्माण ले लिये ट्रस्ट के गठन का प्रस्ताव पास।
ट्रस्ट का नाम #श्रीरामजन्मभूमितीर्थक्षेत्र होगा#rammandir#ayodhya#जय_श्रीरामpic.twitter.com/Qs1Nq31Wz5
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया। मोदी ने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार एक स्वायत्त ट्रस्ट 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।’’
#Ayodhya
— Amritanshu Shandilya (@AmritanshuShan3) February 5, 2020
राम लला हम आएंगे मंदिर अभी बनाएंगे जय जय श्री राम 🏹🏹🏹🚩🚩🚩🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मोदी ने सभी दलों से समर्थन की अपील करते हुए कहा, ‘‘आइए, इस ऐतिहासिक क्षण में हम सभी सदस्य मिलकर अयोध्या में श्रीराम धाम के जीर्णोद्धार के लिए, भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए, एक स्वर में अपना समर्थन दें।’’ उन्होंने कहा कि 9 नवंबर, 2019 को मैं करतारपुर गलियारे के लोकार्पण के लिए करतारपुर में था। गुरुनानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व था और बहुत ही पवित्र वातावरण था। उसी दिव्य वातावरण में मुझे देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा राम जन्मभूमि के विषय पर दिए गए ऐतिहासिक फैसले के बारे में पता चला था। मोदी ने कहा कि नौ नवंबर को फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था और वह इसके लिए देशवासियों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं।
एक स्वायत्त ट्रस्ट 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र'।
— राणसिंह राजपुरोहित (Ranjeet) (@ransinghBJP) February 5, 2020
जय श्रीराम🚩#Ayodhya@narendramodipic.twitter.com/Fe8HCahfZc
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘9 नवंबर को राम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर विश्वास जताते हुए बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था। मैं आज सदन में देशवासियों के परिपक्व व्यवहार की प्रसंशा करता हूं।’’ मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग एक बृहद परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी, स्वस्थ रहें, समृद्ध रहें, देश का विकास हो, इसी भावना के साथ मेरी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के सिद्धांत पर चल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी संस्कृति, परंपराएं, हमें वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः का दर्शन देती हैं और इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं।’’ लोकसभा में प्रधानमंत्री द्वारा इस संबंध में घोषणा के बाद भाजपा के कई सदस्यों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाये। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया।