कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने शेयर किया कमलेश तिवारी का कथित वीडियो, पूछा-क्या यूपी पुलिस ने इसे नहीं देखा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 19, 2019 15:16 IST2019-10-19T15:12:23+5:302019-10-19T15:16:30+5:30
कांग्रेस पार्टी की मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में कथित रूप से कमलेश तिवारी अपनी हत्या की साजिश के लिए आरएसएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर निशाना साध रहे हैं।

कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने शेयर किया कमलेश तिवारी का कथित वीडियो, पूछा-क्या यूपी पुलिस ने इसे नहीं देखा?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की सरेआम हत्या से सूबे में तनाव का माहौल है। यूपी पुलिस ने घटना के 24 घंटे के अंदर इस केस को हल करने का दावा कर रही है। लेकिन इस बीच कांग्रेस पार्टी की मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक ने एक वीडियो शेयर किया। इससे कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। आपको बता दें कि लोकमत न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
इस वीडियो में कथित रूप से कमलेश तिवारी दिखाई दे रहे हैं जो अपनी हत्या की साजिश के लिए आरएसएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर निशाना साध रहे हैं। पंखुड़ी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'क्या यह वीडियो उत्तर प्रदेश पुलिस को नहीं दिखा? कमलेश तिवारी तो स्वयं कुछ और बात बता रहे हैं हत्या से पहले इस आखिरी वीडियो में।'
इस वीडियो में कथित रूप से कमलेश तिवारी कहते सुनाई दे रहे हैं, 'जब संघ और भाजपा का कोई पदाधिकारी मरता है तो मैं ये नहीं सोचता कि हम चुप रहें। मैं ये सोचता हूं कि वो हिंदू हैं। मैं भले जेल चला जाता हूं। ये भले मेरे लिए षडयंत्र रचते हैं। लेकिन इनके कार्यकर्ताओं के लिए भी मेरे दिल में दर्द होता है। ये मेरे पीछे दिन-रात पड़े रहते हैं। मेरी हत्या की साजिश रचते हैं। मेरी सुरक्षा हटा लिया योगी सरकार के आते ही। फिर भी मैं लड़ रहा हूं और ये दिखा रहा हूं कि मैं अपने दम से लड़ रहा हूं और हिंदुओं के लिए लड़ूंगा।'
क्या यह विडीओ उत्तर प्रदेश पुलिस को नहीं दिखा ?
— Pankhuri Pathak پنکھڑی (@pankhuripathak) October 19, 2019
कमलेश तिवारी तो स्वयं कुछ और बात बता रहे है hatya के पहले इस आख़िरी विडीओ में ।
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कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर कई खुलासे किए हैं। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस घटना का किसी आतंकी संगठन से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि हत्या के तार गुजरात से जुड़े हुए हैं।
इस मामले में कई जगह छापेमारी की गई और कुल पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। अगर जरूरत पड़ी तो इन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि हत्या के पीछे मुख्य वजह 2015 का भड़काऊ भाषण था।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की सरेआम हत्या से सूबे में तनाव का माहौल है। फिलहाल यूपी सरकार ने एस के भगत की अगुवाई में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।