Chandrayaan-3 की कामयाबी के मौके पर इस परिवार की खुशी हुई दोगुनी, नवजात के जन्म लेते ही नाम रखा 'चंद्रयान'
By अंजली चौहान | Updated: August 24, 2023 16:55 IST2023-08-24T16:52:47+5:302023-08-24T16:55:48+5:30
बुधवार शाम यहां केंद्रपाड़ा जिला अस्पताल में पैदा हुए कम से कम चार शिशुओं, तीन लड़कों और एक लड़की का नाम उनके अभिभूत माता-पिता ने रखा।

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
केंद्रपाड़ा: पूरे भारत के लिए इसरो द्वारा चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक चांद पर लैंड कराने का पल गौरवपूर्ण है। आज हर भारतीय खुद को गौरानवित महसूस कर रहा है। लोग मिठाई खिलाकर, ढोल-बाजे और नाच-गानों के जरिए अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं।
इस बीच, एक परिवार ने इसरो की इस उपलब्धि पर अपनी खुशी अनोखे ढंग से जाहिर की। दरअसल, ओडिशा राज्य के केंद्रपाड़ा जिले में बुधवार को एक शिशु का जन्म हुआ।
ये वही समय था जब चंद्रयान कल शाम के समय चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर रहा था। इसी दौरान बच्चे के जन्म लेने पर परिवार की खुशियां दोगुनी हो गई और उन्होंने अपने बच्चे का नाम 'चंद्रयान' रख दिया।
बच्चे के माता-पिता ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बेटे का नाम चंद्रयान रख दिया जो अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मौके पर बच्चे के पिता प्रवत मलिक ने कहा कि यह दोहरी खुशी है चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के कुछ मिनट बाद हमारे बच्चे का जन्म हुआ। हमने बच्चे का नाम चंद्र मिशन के नाम पर रखने का फैसला किया है।
परंपरा के अनुसार जन्म के 21वें दिन होता है नामकरण
गौरतलब है कि स्थानीय परंपरा यह है कि जन्म के 21वें दिन पूजा के बाद बच्चे का नाम रखा जाता है। अरीपदा गांव निवासी मलिक की पत्नी रानू, जिन्होंने बेटे को जन्म दिया है ने कहा कि बड़ों को बच्चे का नाम चंद्रयान के नाम पर रखने का सुझाव दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बच्चे का नाम "चंद्र" या "लूना" भी हो सकता है क्योंकि चंद्रयान का मतलब चंद्रमा तक जाने वाला वाहन है। हालांकि, चंद्रयान एक स्टाइलिश नाम है। हम 21वें दिन की पूजा पर अंतिम निर्णय लेंगे।
गौरतलब है कि तलचुआ गांव की दुर्गा मंडल, नीलकंठपुर की जोशन्यारानी बाल और अंगुलेई गांव की बेबिना सेठी ने भी बुधवार शाम को बच्चों को जन्म दिया। जहां दुर्गा की संतान एक लड़की है, वहीं दो अन्य लड़के हैं। सभी नई मांएं अपने बच्चों का नाम चंद्रयान के नाम पर रखने में रुचि रखती हैं।
केंद्रपाड़ा सरकारी अस्पताल की हेड नर्स अंजना साहू ने कहा, "सभी नई माताएं अपने बच्चों का नाम चंद्रयान के नाम पर रखने में रुचि रखती हैं।" उन्होंने याद किया कि कई बच्चों का नाम अतीत में तटीय जिले में आए चक्रवातों के नाम पर रखा गया था।
अस्पताल के अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पीके प्रहराज ने कहा कि माता-पिता खुद को सौभाग्यशाली महसूस करते हैं क्योंकि उनके बच्चों का जन्म देश के ऐतिहासिक क्षण में हुआ है। डॉक्टर ने कहा, "वे बच्चों का नाम चंद्रयान के नाम पर रखकर चंद्रमा मिशन में भारत की उपलब्धि का जश्न मनाना चाहते हैं।"
बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर लैंड करा दिया गया है। इसरो के वैज्ञानिकों की यह सफलता पूरे देश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है।
23 अगस्त, 2023 को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर रोवर सहित चांद पर उतारा गया है। यह ऐतिहासिक पल न सिर्फ भारतीयों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए भी खास है।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से भारत अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बन गया है। वहीं, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।