एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और नरेंद्र मोदी सरकार नागरिकता कानून के संशोधन और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए कदम की तारीफ में कसीदे पढ़ती हुई और अपनी पीठ थपथपाने से नहीं थक रही है वहीं, दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत ज्यादातर विरोधी दल एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
एनआरसी और सीएए को लेकर देश को हिंसक विरोध प्रदर्शनों का चश्मदीद भी बनना पड़ा। अब भी जहां-तहां विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ पुराने वीडियो साझा किए जा रहे हैं, जिनमें कांग्रेस पार्टी एनआरसी के पक्ष में बात करती हुई देखी जा रही है। दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता ऐसा कहते हुए देखे जा रहे हैं।
रणदीप सुरजेवाला द्वारा एनआरसी को 'हमारा बच्चा' कहे जाने वाले वीडियो के बाद अब कांग्रेस के एक और प्रवक्ता पवन खेड़ा का सालभर पुराना वीडियो फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें वह मोदी सरकार को एनआरसी का विरोध साबित करते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया है।
संबित पात्रा ने ट्वीट में लिखा, ''यह है कांग्रेस का असली चेहरा, आप सीएए की मांग करो, मोदी जी सीएए लेकर आए तो आप “दंगा” करें। आप एनपीआर लेकर आयें तो ठीक.. मोदी जी कर दें तो आप “दंगे” करें। और यहां देखें कांग्रेस के प्रवक्ता को प्रेस कॉन्फ्रेन्स में क्या कह रहें हैं... कांग्रेसी माने “दोमुंहे”।''
बता दें कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा वीडियो में कहते दिख रहे हैं, ''आज एक रोचक शीर्षक है आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस का.. एनआरसी विरोधी नरेंद्र मोदी। कुछ लोग जो इसका बैकग्राउंड नहीं जानते होंगे, वो चकित रह जाएंगे कि ऐसा क्यों? झूठों के बादशाह श्री अमित शाह और जुमलों के शहंशाह श्री नरेंद्र मोदी ने कैसे षडयंत्र रचा और एनआरसी की प्रक्रिया को रोकने का भरसक प्रयास किया, एढ़ी चोटी का जोर लगाया कि कैसे एनआरसी को डिसरप्ट कर सकें.. रोक सकें.. टाल सकें.. और ये कोई हम उनकी तरह नहीं कि हवाबाजी में बात करें..
लोग यह सोचेंगे कि ठोस कदम उठाए गए होंगे सरकार द्वारा, अमित शाह जी बड़े खुलकर पार्लियामेंट में.. जहां सदके बोलना चाहिए.. कम से कम वहां तो सदके बोलना चाहिए, वहां खड़े होकर उन्होंने झूठ बोला.. कि हमारे में हिम्मत है.. यूं करते हुए बोला.. हमारे में हिम्मत है कि हम इसको लागू कर रहे हैं..
मैं आपको उस हिम्मत की असलियत बताना चाहता हूं। 30 नवंबर 2017, यह तारीख बड़ी महत्वपूर्ण है, एनआरसी का जब इतिहास लिखा जाएगा तो यह तारीख सबको स्मरण रहेगी। 30 नवंबर 2017, भारत सरकार के एटॉर्नी जनरल को लताड़ते हुए माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा और यह निर्णय लिया कि आप हिंसा एवं कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए एनआरसी की प्रक्रिया को टालने की जो गुहार लगा रहे हैं, सर्वोच्च न्यायालय उसको स्वीकार नहीं करता है।''
संबित पात्रा के ट्वीट और वीडियो को लेकर यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
एक यूजर ने यहां तक लिखा, ''देश देख रहा है इनके खतरनाक हथकंडे।''
इसी तरह और प्रतिक्रियाएं आ रही हैं-