MP चुनावः रीवा कलेक्टर EVM की ऐसे करवा रहीं सुरक्षा, गोली मारने तक के दे दिए आदेश
By रामदीप मिश्रा | Published: December 3, 2018 04:33 PM2018-12-03T16:33:59+5:302018-12-03T16:33:59+5:30
वायरल वीडियो में कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक कहते हुए दिखाई दे रही हैं, 'मेरे लिए यह विधानसभा चुनाव आम है। मैं फिजूल में अपनी 25 साल की साख नहीं बर्बाद करूंगी।'
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 दिसंबर को वोटिंग कराई जा चुकी है। वहीं, इस दौरान कांग्रेस ईवीएम से छेड़छाड़ का मुद्दा उठा रही है। हालांकि इस पर निर्वाचन आयोग ने अपना जवाब भी दिया है। इन सब के बीच सूबे में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जोकि रीवा जिले की कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक का है, जिसमें वह कहती दिखाई दे रहीं है कि अगर ईवीएम के पास कोई आए, तो सुरक्षाकर्मी उसे गोली मार दें।
वायरल वीडियो में कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक कहते हुए दिखाई दे रही हैं, 'मेरे लिए यह विधानसभा चुनाव आम है। मैं फिजूल में अपनी 25 साल की साख नहीं बर्बाद करूंगी। मुझे आगे जाकर प्रिंसिपल सेक्रेट्री बनना है। चीफ सेक्रेट्री बनना है। मेरे लिए चुनाव कुछ नहीं है।'
आगे उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को भरोसा देते हुए कहा, 'आप इस पर भरोसा करो। कोई अगर आए, तो गोली मार देना।' वह ईवीएम की सुरक्षा का भरोसा कांग्रेस के प्रत्याशी को दे रही थीं।
हालांकि बताया जा रहा है कि प्रीति मैथिल नायक जिस समय कांग्रेस प्रत्याशी से यह बातें कर रही थीं उस समय यह ऑफ रिकॉर्ड रखा गया था, लेकिन साथ में चल रहे एक युवक ने उनकी बातचीत का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग से मिलकर ईवीएम की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। जिस पर चुनाव आयोग ने कहा है कि भोपाल के जिस स्ट्रांग रूम में मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम रखी गई थी, वहां बीते शुक्रवार को अचानक बिजली जाने की वजह से सीसीटीवी कैमरे करीब एक घंटे तक बंद रहे।
मालूम हो कि प्रदेश के खुरई विधानसभा क्षेत्र से काफी संख्या में सागर पहुंचाई गईं संदिग्ध ईवीएम को लेकर यह बवाल शुरू हुआ है। बीते 28 नवंबर को मतदान ख़त्म होने के 48 घंटे बाद यानी 30 नवंबर को ये ईवीएम सागर पहुंचाई गईं। आयोग ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के सागर में मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम को जमा करने के मामले में एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आरोप है कि अधिकारी ने वोटिंग के दो दिन बाद ईवीएम जमा कर रखी थी।