'मरने के लिए मस्जिद से अच्छी जगह नहीं हो सकती', तबलीगी जमात के मौलाना साद का ऑडियो क्लिप वायरल
By पल्लवी कुमारी | Published: April 1, 2020 10:39 AM2020-04-01T10:39:59+5:302020-04-01T10:39:59+5:30
दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात प्रचारक के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद कोरोना वायरस से भारत में सात लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज के मामले के सामने आने के बाद भारत के हजारों लोगों पर कोरोना वायरस का संकट मंडरा रहा है। दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान धार्मिक सभा में भाग लेने के लिए वहां के मौलान पर एफआईआर भी दर्ज की है। इसी बीच तबलीगी जमात के मुखिया और मौलाना साद का एक ऑडियो किल्प वायरल हो रहा है। जिसमें वह कहते हुए दिख रहे हैं, 'मरने के लिए मस्जिद से बेहतर कोई जगह नहीं' इसके अलावा भी कई बातें किल्प में सुनी जा सकती हैं। बताया जा रहा है कि ये ऑडियो किल्प 18 मार्च 2020 का है।
मरने के लिए मस्जिद से अच्छी जगह नहीं हो सकती: मौलाना साद
मौलाना साद को ऑडियो में कहते हुए सुना जा सकता है, ''हमारा यह ख्याल बेकार है कि मस्जिद में जमा होने से बीमारी पैदा हो जाएगी। मैं कहता हूं कि अगर तुम्हें यह दिखे भी कि मस्जिद में आने से आदमी मर सकता है। इससे बेहतर मरने की जगह कोई और नहीं हो सकती।''
अल्लाह पर भरोसा करो, कुरान नहीं पढ़ते अखबार पढ़ते हैं और डर जाते हैं: मौलाना साद
ऑडियो किल्प में मौलान साद कहते हुए दिख रहे हैं, अल्लाह पर भरोसा करो, कुरान नहीं पढ़ते अखबार पढ़ते हैं और डर जाते हैं, भागने लगते हैं। अल्लाह कोई मुसीबत इसलिए ही लाता है कि देख सके कि इसमें मेरा बंदा क्या करता है। मस्जिदों को बंद कर देना चाहिए, ताले लगा देना चाहिए क्योंकि इससे बीमारी बढ़ेगी तो आप ख्याल को दिल से निकाल दो।
2000 से अधिक लोगों ने धार्मिक सभा में हिस्सा लिया था
इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 15 मार्च तक तबलीगी जमात में भाग लिया था। इस दौरान तबलीगी जमात ने एक धार्मिक आयोजन किया था। यह आयोजन तबलीगी जमात के दिल्ली मुख्यालय में हुआ था। बताया जा रहा है कि इसमें हजार से भी अधिक लोग जमा हुए थे, जिनमें अधिकतर भारतीय थे। यहीं पर कुछ ऐसे लोग भी थे, जो कोरोना से संक्रमित थे। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।
इस धार्मिक आयोजन में हिस्से लेने वालों में कुछ वरिष्ठ मौलाना भी थे। जिसमें बहुत लोग सऊदी अरब, मलेशिया और इंडोनेशिया से भी आए थे, उन देशों में पहले ही कोरोना बुरी तरह से फैला हुआ है। कार्यक्रम में करीब 250 विदेशी मेहमान थे। विदेशी मेहमानों में थाईलैंड और किर्गिस्तान से आए लोग भी थे, जो अभी वापस नहीं लौटे हैं।
दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात प्रचारक के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद भारत में सात लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा देशभर में 50 से ज्यादा ऐसे कोविड19 के मरीज सामने आ चुके हैं, जिन्होंने तबलीगी जमात दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था।