याकूब मेमन के लिये दया का अनुरोध करने वाले महाराष्ट्र के नए मंत्री असलम शेख का पुराना पत्र वायरल, सोशल मीडिया पर हुई किरकिरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 31, 2019 17:02 IST2019-12-31T17:02:02+5:302019-12-31T17:02:02+5:30
कांग्रेस विधायक असलम शेख महाराष्ट्र के उन नेताओं में शामिल थे जिन्होंने मेमन के लिए 2015 में दया का अनुरोध किया था। उस वक्त भाजपा नीत गठबंधन का हिस्सा रही शिवसेना ने मेमन की मौत की सज़ा का स्वागत किया था।

याकूब मेमन के लिये दया का अनुरोध करने वाले महाराष्ट्र के नए मंत्री असलम शेख का पुराना पत्र वायरल, सोशल मीडिया पर हुई किरकिरी
कांग्रेस विधायक असलम शेख को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने के एक दिन बाद, 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम विस्फोट के दोषी याकूब मेमन के लिए दया का अनुरोध करने वाला उनका एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। शेख ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि चूंकि भगवा दल राज्य की सत्ता पर अपना कब्जा बरकरार नहीं रख सका, इसलिए वह विभिन्न मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर रहा है।
शेख महाराष्ट्र के उन नेताओं में शामिल थे जिन्होंने मेमन के लिए 2015 में दया का अनुरोध किया था। उस वक्त भाजपा नीत गठबंधन का हिस्सा रही शिवसेना ने मेमन की मौत की सज़ा का स्वागत किया था।
उद्धव ठाकरे नीत पार्टी ने पिछले महीने राकांपा और कांग्रेस से गठबंधन करके राज्य में सरकार बनाई है। शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से अपना गठबंधन खत्म कर दिया और अपनी पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी पार्टियों से हाथ मिला लिया।
पुराना पत्र वायरल होने के बाद, शेख ने मंगलवार (31 दिसंबर) को पत्रकारों से कहा, ''जिस दिन से भाजपा सत्ता से बाहर हुई है, तब से वह विभिन्न मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर रही है।'' मंत्री ने कहा, ''जिन्होंने नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाया, वे मेरे खिलाफ (आतंकवाद पर नरम रुख रखने का) आरोप लगा रहे हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की। वे जो करने की कोशिश कर रहे हैं, वो ब्रिटिश तक नहीं कर सके''
देखें ट्विटर पर लोगों की प्रतिक्रिया
इनसे मिलिए👇
— Ravi Rajguru (@ravirajguru_1) December 31, 2019
यह हैं महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायक असलम शेख,इन्होंने याकूब मेनन की फांसी का बिरोध किया था और दया-याचिका भी दी थी राष्ट्रपति जी को।
इनको उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार में मंत्री बनाया है।यदि गुस्सा आये तो "एंग्री-इमोशन" के बजाय शेयर कीजिये।#IndiaSupportsCAA_NRCpic.twitter.com/KAsY4Z7gtb
उद्धवा, अजब तुझे सरकार!!!?
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) December 31, 2019
देशद्रोही आत्ता देशभक्त झाले!!!
देशद्रोही अस्लम शेख, आत्ता देशभक्त झाले!!!??? @BJP4India@BJP4Maharashtra@Dev_Fadnavis@OfficeofUT@ShivSenapic.twitter.com/LiIUEDhv7a
आतंकवादी याक़ूब मेमन की फाँसी रुकवाने के लिए राष्ट्रपति प्रवण मुखर्जी को पत्र लिखने वाला नेता अब महाराष्ट्र में मंत्री बनाया गया,
— मनीष हिन्दु. (@ManishHindu17) December 30, 2019
कांग्रेस से असलम शेख, pic.twitter.com/TMfKZbSPik
बेशर्मी या सेक्युलरिजम का नंगा नाच देखिए
— Pushpendra Kulshrestha (@PuspendraKulshr) December 30, 2019
महाराष्ट्र मंत्री मंडल में, याकूब मेमन की फांसी का विरोध कर राष्ट्रपति से दया याचिका की मांग करने वाले, कांग्रेस विधायक असलम शेख को ठाकरे सरकार में मिला मंत्री पद..
सत्ता की लालच में याकूब प्रेमी, या अफजल प्रेमी के साथ उद्धव बैठ जाएंगे🤔
महाराष्ट्र भी क्या प. बंगाल के पद चिन्हों पर? ... मंत्रिमंडल विस्तार में असलम शेख को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई ... यह वही असलम शेख है जिसने आतंकवादी याकूब मेमन को फांसी देने के खिलाफ पत्र लिखा था ...
— Janardan Mishra (@JBMIS) December 30, 2019
आतंकी याकुब मेमन की फांशी माफ़ करने की माँग करने वाले अस्लम शेख़ को उद्धव ठाकरे जी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बना दिया .
— Ram Satpute (@RamVSatpute) December 30, 2019
मा. उद्धव ठाकरे जी क्या हुआ है आपको और आपकी शिवसेना को?#Shame#मंत्रिमंडळविस्तार#IndiaSupportsCAA@Dev_Fadnavis@OfficeofUT@abpmajhatv@_prashantkadampic.twitter.com/saMpLZSnbX
असलम शेख मुंबई की मलाड सीट से विधायक हैं। जुलाई 2015 में शेख ने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर मेमन के लिए दया का अनुरोध किया था। बहरहाल, मेमन की दया याचिका को खारिज कर दिया गया था और मेमन को 30 जुलाई 2015 को नागपुर की एक जेल में फांसी दे दी गई थी।
(पीटीआई इनुुट के साथ)