पटना: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को फेल बताया है। कन्हैया कुमार ने लॉकडाउन फेल होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिए उनपर तंज कसा है। कन्हैया कुमार ने 27 मई की रात ट्वीट किया, ''प्रधान-सेवक जी को भेजो मेल, बिन तैयारी वाला लॉकडाउन हो गया फेल, नए भारत का नया ही खेल, मरते मजदूर, भटकती रेल।'' कन्हैया कुमार के इस ट्वीट पर 39 हजार से ज्यादा लाइक्स हैं और आठ हजार से ज्यादा रिट्विट हैं। (खबर लिखे जाने तक)
ट्वीट में ''प्रधान-सेवक'' शब्द का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कई बार जन-सभाओं में भाषण देते हुए कहा है कि वह देश के प्रधान-सेवक हैं।
कन्हैया कुमार लॉकडाउन के दौरान ट्विटर पर कम ही एक्टिव रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडया पर कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर काफी कम प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले 23 मई को किए अपने ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा था, ''ये सरकार जब से सत्ता में आई है, इसने अपने ही नागरिकों के खिलाफ एक जंग छेड़ रखी है। सरकार से सवाल को देशद्रोह और विरोध को आतंकी गतिविधि मान लिया गया है। जब दुनिया कोरोना से लड़ रही है तब भी सरकार अपनी ही युनिवर्सिटी और विद्यार्थियों पर हमले कर रही है। शर्मनाक!''
20 मई को किए अपने ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा था,'' समस्या चाहे जो भी हो, हर बार इस सरकार ने ये साबित किया है कि इनको इंसानों से ज्यादा 'कागज़' की परवाह है।''
देश में लगे लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों की सड़क हादसे, रेल एक्सीडेंट और ट्रेनों में सफर के दौरान मौत की खबरें आई हैं। पिछले 48 घंटे में श्रमिक स्पेशल ट्रेन में वापस अपने घर लौट रहे 9 लोगों की मौत हो गई है। 9 लोगों में 5 लोग उत्तर प्रदेश लौट रहे थे और 4 लोग बिहार अपने घर को लौट रहे थे। वहीं ट्रेन भी काफी देरी से चल रही है। जिन ट्रेनों को 17-18 घंटे में सफर तय करना चाहिए.. वह दो-दो दिनों में अपने गंत्वय स्थान पर पहुंच रही है। कन्हैया कुमार ने देश की इन्हीं हालतों पर ''नए भारत का नया ही खेल, मरते मजदूर, भटकती रेल'' लिखा है।