दावा: दिल्ली पुलिस ने मार्च के दौरान JNU छात्रा पर जमकर बरसाई लाठियां, यूजर्स बोले- 'शर्म करो, ये महानता नहीं है', देखें वीडियो
By पल्लवी कुमारी | Published: January 10, 2020 05:55 PM2020-01-10T17:55:14+5:302020-01-10T17:55:14+5:30
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में 5 जनवरी 2020 को छात्रों के साथ हुई हिंसा को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हमले में जेएनयू के कई छात्र और शिक्षक घायल हुए। जेएनयू छात्र संघ ने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया। हालांकि एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने गुरुवार (9 जनवरी 2020) को मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक मार्च निकाला और जब उन्होंने राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने का प्रयास किया तो उन्हें रोक दिया गया। जेएनयू परिसर में हमले को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार को हटाने की मांग के साथ बढ़ते प्रदर्शन के तहत निकाले जा रहे मार्च में कुछ छात्रों के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। इसी बल प्रदर्शन के कुछ वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहे हैं। ट्विटर पर कुछ यूजर्स ने पुलिस द्वारा लाठी चार्ज के वीडियो को शेयर कर दावा किया है कि ये दिल्ली पुलिस है, जो जेएनयू के छात्रों पर मार्च के दौरान लाठियां बरसा रही है। इनमें से एक वीडियो में पुलिस महिला छात्र को भी पीट रही है।
लेखक इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा, 'दिल्ली पुलिस की महानता के कुछ दृश्य।'
#DelhiPolice की महानता के कुछ दृश्य pic.twitter.com/thhqfIPmhw
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) January 10, 2020
कांग्रेस कार्यकर्ता श्रीवत्स ने लिखा, शाह को देखने का बाद खून उबलता है 'दिल्ली पुलिस ने एक महिला छात्र को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पीटा है।
Blood boils to see Shah' Delhi Police beat a woman student during a protest 😠
— Srivatsa (@srivatsayb) January 10, 2020
These are the same incompetents who let an ABVP mob enter and riot in the JNU
These are the same incompetents who even after five days has not been able to catch one attackerpic.twitter.com/6kY8RAyPbR
कई ट्विटर यूजर्स ने कहा है कि दिल्ली पुलिस को शर्म करना चाहिए। कई यूजर्स कह रहे हैं कि हमारे देश में आखिर हो क्या रहा है। देखें प्रतिक्रिया
See the real face Delhi Police.
— Maskoor Ahmad Usmani (@MaskoorUsmani) January 9, 2020
Shame on you #DelhiPolice#IndiaAgainstCAAhttps://t.co/QNcAf9L6mT
Disgusting stooges. Rascals of the first order #DelhiPolicehttps://t.co/9ki7Q1RIH9
— Rucha Mehta (@RuchaMehta) January 10, 2020
They should not be called Police. They are nothing but hooligans. Shame #delhipolicehttps://t.co/yUssD3JlDd
— Rohan Dsouza (@rohandattweet) January 10, 2020
What the hell is going on in india
— Daman Chiragh (@ChiraghDaman) January 9, 2020
Shame #DelhiPolicepic.twitter.com/BiTtQYK3jh
What kind of govt or Police hits unarmed students on the head like this? #Lathicharge#CitizensMarch for removal of VC and reversing fee hike in India’s premier University in the Indian capital. pic.twitter.com/AKEMOjiu8j
— Seema Chishti (@seemay) January 9, 2020
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत प्रदर्शनकारी छात्रों का नेतृत्व कर रहे विद्यार्थियों ने कहा कि वे अपनी मांग पर समझौता नहीं करेंगे, चाहे उनकी सुरक्षा को लेकर जो भी आश्वासन मिलते रहें। दिल्ली पुलिस जेएनयू में छात्रों तथा शिक्षकों पर नकाबपोश हमलों के चार दिन बाद भी किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि पीसी करते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
विश्वविद्यालय ने परिसर में पांच जनवरी को हुई हिंसा की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई है तथा छात्रों की सुरक्षा के लिए कदम सुझाये हैं। हमले में 35 लोग घायल हो गये थे। जेएनयू प्रदर्शनकारियों के हाथों में ‘हल्ला बोल’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ नारे लिखे पोस्टर थे। मार्च में माकपा नेता सीताराम येचुरी, प्रकाश करात और बृंदा करात तथा भाकपा नेता डी राजा भी शामिल हुए। हालांकि पुलिस ने जेएनयू के छात्रों और शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों की मुलाकात मंत्रालय के अधिकारियों से कराई।