बुर्का पहने 'महिला डॉक्टर' निकला पुरुष, तीन हफ्तों तक करता रहा मरीजों का इलाज, जानिए कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 15, 2023 11:19 AM2023-06-15T11:19:47+5:302023-06-15T11:23:55+5:30
नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में एक शख्स महिला डॉक्टर के तौर पर 21 दिनों तक मरीजों को देखता रहा लेकिन किसी को शक नहीं हुआ। पकड़े जाने पर आरोपी ने बताया कि वो समलैंगिक है और पुरुषों से दोस्ती करने के लिए मेडिकल कॉलेज में आया था।
नागपुर: बुर्का पहने एक शख्स ने खुद को महिला डॉक्टर बताते हुए नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में 21 दिनों तक मरीजों को देखता रहा। वहां के अन्य डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ के साथ समय भी गुजारा लेकिन किसी को जरा भी भनक नहीं लगी कि दरअसल वो बीते तीन हफ्तों से जिसे महिला डॉक्टर समझ रहे हैं, वो तो पुरुष है। जी हां, चौंकिये नहीं ये एकदम सही खबर है लेकिन इस खबर को जानने और सुनने के बाद नागपुर पुलिस भी हैरान रह गई।
खबरों के अनुसार एक 25 साल के शख्स ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में खुद को कथित तौर पर एक महिला डॉक्टर के रूप में पेश किया था लेकिन उसके खेल का पर्दफाश जब बीते बुधवार को हुआ तो अस्पताल में किसी को भरोसा नहीं हो रहा था कि वो शख्स लगातार 21 दिनों से सभी को महिला होने का झांसा देकर मूर्ख बना रहा था और मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ अस्पताल में घूम रहा था।
इस संबंध में तहसील पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी शख्स अस्पताल परिसर में बुर्का पहनता था और खुद को 'डॉ आयशा' बताता था। पकड़े जाने पर आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह समलैंगिक है और इस कारण पुरुषों से दोस्ती करने के लिए महिला का वेष धरकर अस्पताल में दाखिल हुआ था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि अस्पताल की सुरक्षा में तैनात महाराष्ट्र सुरक्षा बल (एमएसएफ) के कर्मियों के संदिग्ध होने तक आरोपी शख्स 'डॉ आयशा'21 दिनों तक अस्पताल के कर्मचारियों और रोगियों के साथ साथ बातचीत करता रहा और किसी को भी उसकी पहचान पर संदेह नहीं हुआ।
उन्होंने बताया अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों को आरोपी शख्स यानी 'डॉ आयशा' पर संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया और फिर 'डॉ आयशा'के धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। मामले की सत्यता उजागर होने पर पुलिस ने फौरन 'डॉ आयशा'को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी शख्स इसलिए किसी के पकड़ में नहीं आ सका क्योंकि उसकी आवाज इतनी बारीक महिलाओं जैसी थी कि पूछताछ कर रहे पुलिस अधिकारी भी हैरान थे। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह शादीशुदा था लेकिन उसके समलैंगिक होने के करण पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी।
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज से गिरफ्तार आरोपी शख्स 'डॉ आयशा' के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता के तहत धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और अन्य संबंधित अपराधों के लिए मामला दर्ज किया और हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। पुलिस अभी भी केस की पूरी गहनता से पड़ताल कर रही है और जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।