Happy New Year 2025: मुंबई में रेलवे ने आधी रात को ऐसे मनाया न्यू ईयर का जश्न, झूम उठे यात्री
By अंजली चौहान | Updated: January 1, 2025 14:15 IST2025-01-01T14:04:41+5:302025-01-01T14:15:39+5:30
Happy New Year 2025: मुंबई स्टेशन पर रेल कार शेड और इंजनों के एक साथ हॉर्न बजाने की परंपरा सीएसटी का पर्याय बन गई है।

Happy New Year 2025: मुंबई में रेलवे ने आधी रात को ऐसे मनाया न्यू ईयर का जश्न, झूम उठे यात्री
Happy New Year 2025: आज पूरी दुनिया नए साल का जश्न मना रही है। 31 दिसंबर की रात घड़ी में जैसे ही 12 बजे लोगों ने साल 2025 का स्वागत किया। झूमते-नाचते लोगों ने नए साल का स्वागत किया है। हर जगह अलग-अलग तरह से नए साल का जश्न मनाया जाता है। इसी कड़ी में मुंबई में भारतीय रेलवे ने कुछ अलग अंदाज में न्यू ईयर सेलिब्रेट किया।
प्रतिष्ठित छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) स्टेशन पर ट्रेन के हॉर्न की आवाज के साथ नए साल का वेलकम किया गया।
यात्रियों ने नए साल की पूर्व संध्या पर इस अनोखी परंपरा को अपने मोबाइल फोन पर कैद किया और सोशल मीडिया पर शेयर किया। मुंबई स्टेशन पर रेल कार शेड और इंजनों के एक साथ हॉर्न बजाने की परंपरा सीएसटी का पर्याय बन गई है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने कहा कि उन्हें इस परंपरा के बारे में पता नहीं था।
सभी को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं।
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 1, 2025
Happy 2025! pic.twitter.com/24NHo1Hv5x
यूजर्स ने किया रिएक्ट
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने कहा कि उन्हें इस परंपरा के बारे में पता नहीं था, जबकि एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) उपयोगकर्ता ने कहा कि यह एक बहुत ही आम प्रथा है। उन्होंने कहा, "समुद्री जहाज भी पूरी आवाज में हॉर्न बजाते हैं।"
एक यूजर ने आगे बताया कि 90 के दशक में, आधी रात को भी ट्रेनें लगातार हॉर्न बजाती थीं।
कुछ यूजर ने भारत में ट्रैफिक के दृश्यों और सड़कों पर लगातार हॉर्न बजाने पर भी कटाक्ष किया।
रिपोर्ट्स ने इस दिल को छू लेने वाली परंपरा के पीछे रेलवे के उत्साही लोगों का दिमाग बताया।
रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे के उत्साही लोग पिछले कई सालों से इस सिंक्रोनाइज्ड हॉर्निंग इवेंट का समन्वय कर रहे हैं और उनके प्रयासों ने इसे एक ऐसे तमाशे में बदल दिया है जिसका रेल उत्साही और आम जनता दोनों ही बेसब्री से इंतजार करते हैं।
जब ट्रेनों ने सिंक्रोनाइज्ड हॉर्न बजाकर नए साल का स्वागत किया, तो यात्री, राहगीर और रेलवे कर्मचारी इस भव्य शो को देखने के लिए प्लेटफॉर्म, फुटब्रिज और आस-पास के इलाकों में जमा हो गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी की रात को मुंबई स्टेशन पर माहौल खुशी और सौहार्द से भरा हुआ था। यह परंपरा सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाती है। रेलवे विरासत के लिए एकता और साझा उत्साह के क्षण का जश्न मनाने के लिए जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोग एकत्रित हुए।