जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ बाद कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसको लेकर सबसे जोरदार प्रदर्शन मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुआ। मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी एक तख्ती थामे नजर आईं, जिस पर लिखा था "फ्री कश्मीर"। जिसके बाद ट्विटर पर "फ्री कश्मीर" का हैशटैग ट्रेंड में भी आया। इस पोस्टर के सियासी बवाल मचा हुआ है। इस पोस्टर की न सिर्फ बीजेपी बल्कि कांग्रेस के नेताओं ने भी जमकर आलोचना की है। आइए जानें इस पोस्टर पर किसने क्या कहा?
ऐसे पोस्टर देश भर में चल रहे छात्र आंदोलन को बदनाम कर सकते हैं: कांग्रेस नेता संजय निरुपम
'फ्री कश्मीर' के पोस्टर पर ट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने लिखा, 'ऐसे पोस्टर देश भर में चल रहे छात्र आंदोलन को बदनाम कर सकते हैं। आंदोलन गुमराह हो सकता है। आंदोलनकारियों को सावधानी बरतनी पड़ेगी। #JNUVoilence का कश्मीर की आज़ादी से क्या रिश्ता ? कौन हैं ये लोग ? किसने गेटवे पर भेजा इन्हें ? बेहतर होगा,सरकार इसकी जांच कराए।'
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
देवेंद्र फड़नवीस ने ट्विटर पर सवाल किया, "आखिर विरोध वास्तव में किस लिए है?, "फ्री कश्मीर " के नारे क्यों? हम मुंबई में ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? सीएमओ से 2 किमी पर आजादी गिरोह द्वारा फ्री कश्मीर के नारे कैसे लगाए जा रहे है? उद्धव जी क्या आप फ्री कश्मीर भारत विरोधी अभियान को अपनी नाक के नीचे बर्दाश्त करने वाले हैं?"
बीजेपी युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी 'फ्री कश्मीर' के पोस्टर की आलोचना की
बीजेपी की सोशल मीडिया प्रभारी प्रीति गांधी ने 'फ्री कश्मीर' के पोस्टर की आलोचना की है।
प्रीति गांधी ने ट्वीट कर लिखा है, जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा के विरोध में ये 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर क्या कर रहा है?
देखें अन्य लोगों की प्रतिक्रिया
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ बाद कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार (5 जनवरी 2020) शाम को जेएनयू परिसर में नकाब लगाए लोगों ने हमला किया।
हमले में जेएनयू के कई छात्र और शिक्षक घायल हुए। जेएनयू छात्र संघ ने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया। हालांकि एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया है।
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि नकाबपोश हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग हो रही है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।