पैदा हुई दुनिया की पहली डिजाइनर बेबी, कभी नहीं होगी एचआईवी एड्स की बीमारी
By मेघना वर्मा | Updated: November 28, 2018 16:18 IST2018-11-28T16:18:24+5:302018-11-28T16:18:51+5:30
विज्ञान और वैज्ञानिक का ये दावा अगर संभव हुआ तो भविष्य में मां-बाप ऐसे बच्चों को जन्म दे पाएंगे जैसा बच्चा वो चाहते हैं।

पैदा हुई दुनिया की पहली डिजाइनर बेबी, कभी नहीं होगी एचआईवी एड्स की बीमारी
डिजाइनर कपड़े, डिजाइन ज्वेलरी, डिजाइनर पर्दे ये सारी चीजें तो सुनी होंगी आपने मगर क्या कभी डिजाइनर बच्चों के बारे में सुना है। नहीं चौंकिए मत अब इस कल्पना से परे जेनेटिकली मॉडिफाइट बच्चे का जन्म संभव हो गया है। चीन में हुई एस शोध के दावे के साथ ही दुनिया में डिजाइनर बेबी के जन्म की दिशा में कदम भी बढ़ा दिया है।
चीन के शोधकर्ताओं ने दुनिया का पहला जेनेटिकली मोडिफाइड यानी डिजाइनर बेबी के जन्म लेने का दावा किया है। उन्होंने बताया है कि इसी महीने जन्म लेने वाली जुड़वा बच्चियों के डीएनए में बदलाव के लिए क्रिस्पर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद ही डिजाइनर बच्चे का जन्म हुआ है। रिसर्च के अनुसार इस डिजाइनर बेबी को कभी एचआईवी, एड्स नहीं होगा।
विज्ञान और वैज्ञानिक का ये दावा अगर संभव हुआ तो भविष्य में मां-बाप ऐसे बच्चों को जन्म दे पाएंगे। जैसा वो चाहते हैं। जैसे किसी की आंख नीली तो किसी के बाल भूरे। चीन रिसर्चस का दावा है कि उन्होंने पहली जेनेटिकली मॉडिफाइड (genetically modified) बच्चियों को बनाने में डीएनए में एक नए औजार के जरिए फेरबदल किया है।
साउदर्न यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑफ चाइना के रिसर्चर जियानकुई ने मीडिया को अपने इंटरव्यू में बताया कि "मुझे जिम्मेदारी का एहसास है कि सिर्फ पहला ही नहीं बनूं बल्कि एक मिसाल कायम करूं कि इस तरह की चीज़ें कैसे की जाएं। इसमें समाज की नैतिकता और लोगों पर पड़ने वाले असर का भी ध्यान रखा गया है।"
हलांकि बहुत से वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की जीन एडिटिंग की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे DNA को नुकसान हो सकता है।