कांग्रेसी पार्षद ने मुंबई मेट्रो स्टाफ को सरेआम धमकाया, महिला पत्रकार के साथ भी उलझे, वायरल हुआ वीडियो तो दी सफाई
By पल्लवी कुमारी | Updated: January 17, 2020 13:09 IST2020-01-17T13:09:12+5:302020-01-17T13:09:12+5:30
राज्य के कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस मामले पर कहा, 'पार्टी इस तरह की किसी हरकतों को अनदेखी नहीं करती है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से इस प्रकार का व्यवहार करने की उम्मीद नहीं की जाती है।'

कांग्रेसी पार्षद ने मुंबई मेट्रो स्टाफ को सरेआम धमकाया, महिला पत्रकार के साथ भी उलझे, वायरल हुआ वीडियो तो दी सफाई
मुंबई के आजाद नगर मेट्रो स्टेशन पर कांग्रेस पार्टी के 52 वर्षीय निगम पार्षद विक्रांत चव्हाण ने मेट्रो स्टाफ को धमकाया। यहां पर उन्होंने एक महिला पत्रकार के साथ भी बुरा बर्ताव किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पार्षद विक्रांत चव्हाण मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन खरीदा था लेकिन वह टोकन एंट्री गेट पर मशीन में अटक रहा था। जिसके बाद वह भड़कर मेट्रो कर्मचारियों और सुरक्षा गार्ड को धमकी देने लगे और चिल्लाने लगे। घटना 15 जनवरी 2020 की है।
आजाद नगर मेट्रो स्टेशन के कर्मचारी साजिद ने कहा कि वह अपने पद और नेता होने का फायदा उठाते हुए लगातार धमकियां दिए जा रहे थे। मेट्रो के कर्माचारी और सुरक्षा गार्ड ने नेता को शांत कराने की कोशिश की और उन्हें समझाया कि मेट्रो स्टेशन एक 'शांत जोन' के अंदर आता है, लेकिन वह उनपर चिल्लाए और कहा 'मैं एक पार्षद हूं, मेरी मर्जी मैं जितना चाहूंगा उतना वैसे ही बोलूंगा।'
I decided to intervene, and asked Chavan politely to calm down. His voice grew louder, he said "Tu ja yahan se. Mein Vikrant Chavan hun. Corporator". At that point we decided to make a video. Chavan got violent, hit my hand to stop the video. (3) @INCIndia@INCMaharashtrapic.twitter.com/9L1wzcAN6M
— Tabassum (@tabassum_b) January 15, 2020
द इंडियन एक्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जब महिला रिपोर्टर ने उनको शांत करना चाह तो वह उसपर भी वह भड़क उठे। महिला पत्रकार जब इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने लगी तो पार्षद ने रिपोर्टर से झपटा मारकर रिकॉर्डिंग रोक दी। इसके बाद पार्षद ज्यादा संख्या में सुरक्षा गार्ड आते देख मेट्रो स्टेशन से चलते बने।
चव्हाण ने 2019 विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह शिवसेना नेता से हार गए थे।
वीडियो वायरल हुआ तो पार्षद विक्रांत चव्हाण ने दी सफाई
चव्हाण से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया 'मैं अपने एक दोस्त से मिलने जा रहा था जो अस्पताल में भर्ती था। इस बीच मेरा मेट्रो टोकन प्रवेश गेट की मशीन में अटक गया। जब मैं इस बारे में वहां के कर्मचारियों से पूछ रहा था तो उसी दौरान एक महिला पत्रकार ने हस्तक्षेप किया और वीडियो बनाने लगी। ऐसे कोई अचानक आकर किसी की वीडियो रिकॉर्ड कर सकता है क्या। उसे पहले पूछना चाहिए था।'
राज्य के कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस मामले पर कहा, 'पार्टी इस तरह की किसी हरकतों को अनदेखी नहीं करती है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से इस प्रकार का व्यवहार करने की उम्मीद नहीं की जाती है। हम इस मामले पर उनसे स्पष्टीकरण मांगेंगे।'