बच्चे जुड़वा लेकिन पिता अलग-अलग! 19 साल की महिला ने दिया जन्म, कैसे हुआ ये गजब, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Updated: September 8, 2022 15:21 IST2022-09-08T15:14:43+5:302022-09-08T15:21:17+5:30
ब्राजील में 19 साल की एक महिला ने ऐसे जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है, जिनके पिता अलग-अलग हैं। डीएनए टेस्ट में ये बात सामने आई।

प्रतीकात्मक तस्वीर
ब्राजील में एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है, जो लाखों लोगों में किसी एक के साथ होता है। दरअसल, 19 साल की एक महिला ने ऐसे जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है जिनके पिता अलग-अलग हैं।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार इस महिला की पहचान उजागर नहीं की गई है। पूरा मामला ब्राजील के गोइआस प्रांत के मिनेरिओस का है। अखबार की रिपोर्ट के अनुसार महिला ने अपने बच्चें के पिता के बारे में पुष्टि के लिए टेस्ट कराया था, इसके बाद ये बात सामने आई कि दोनों बच्चों के पिता अलग-अलग हैं।
महिला ने कैसे लगाया बच्चों के पिता के बारे में?
रिपोर्ट के अनुसार महिला को अपने बच्चों के पिता के बारे में संदेह था। इसी की पुष्टि के लिए कि उसने उस व्यक्ति के नमूने का उपयोग करके डीएनए टेस्ट कराया, जिसे वह इन बच्चों का पिता माना रही थी। हालांकि, टेस्ट के बाद सामने आए रिजल्ट से पता चला कि वह शख्स दो बच्चों में से केवल एक का पिता है।
इसके बाद महिला को याद आया कि उसने उसी दिन एक दूसरे आदमी के साथ भी यौन संबंध बनाए थे। ऐसे में दूसरे शख्स के नमूने लेकर भी डीएनए टेस्ट कराया गया और फिर पता चला कि वह दूसरे बच्चे का पिता है।
जुड़वा बच्चों के पिता अलग-अलग कैसे?
इस तरह के मामले चौंकाने वाले जरूर हैं पर ऐसा पहले भी हुआ है। जीव विज्ञान की भाषा में इसे हेटेरोपैटर्नल सुपरफेकन्डेशन (heteropaternal superfecundation) कहते हैं। इस प्रक्रिया के तहत महिला के मासिक धर्म चक्र के दौरान निकला दूसरा एग सेल या ओवा किसी दूसरे पुरुष से संभोग के बाद उसके शुक्राणु कोशिकाओं से फर्टीलाइज या निषेचित होने लगता है। इसके बाद भ्रूण मां की आनुवंशिक चीजों को साझा करते हुए अलग-अलग प्लेसेंटा में बढ़ने लगते हैं। प्लेसेंटा मां के गर्भ में वह स्थान है जो बच्चे को मां से जोड़ता है। यही से उसका पोषण भी होता है।
इंसानों में अब आए हैं ऐसे केवल 20 मामले
इस प्रक्रिया का सबसे पहले जिक्र 1810 में आर्चर द्वारा किया गया था। द गार्डियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'हालांकि मनुष्यों में ऐसा दुर्लभ है, लेकिन कुत्तों, बिल्लियों और गायों में हेटेरोपैटर्नल सुपरफेकन्डेशन आम है।'
इसमें दो संभावनाएं हो सकती है- पहला, एक महिला एक ही समय में दो अंडे छोड़ सकती है। चूंकि शुक्राणु कुछ दिनों तक जीवित रह सकते हैं, इसलिए अंडे के निकलने से पहले एक होने वाले पिता के साथ यौन संबंध बनाया गया होगा और फिर दूसरे शख्स के साथ संभोग ओव्यूलेशन के ठीक बाद हुआ होगा। दूसरे परिदृश्य में, महिला कुछ दिनों के अंतराल में दो अंडे छोड़ती है लेकिन ये दोनों एक ही प्रजनन चक्र में निकले हों। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक ऐसे 20 मामले ही सामने आए हैं।