बेबी ट्रंप बैलून को 4 जुलाई के लिए मिली अनुमति, पहले भी विरोध के लिए किया गया है इस्तेमाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 3, 2019 04:57 PM2019-07-03T16:57:57+5:302019-07-03T16:57:57+5:30
कोड पिंक के सह-संस्थापक मेडिया बेंजामिन ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि हमारा प्लान ट्रंप के विरोध स्वरूप बेबी ट्रंप ब्लिम्प को परेड कराने की तैयारी थी। अब हमें इसको उड़ाने के लिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के फ्लाइट स्टैंडर्ड डिस्ट्रिक ऑफिसर से अनुमति लेने के लिए कहा जा रहा है।
एक प्रगतिशील ग्रुप को बच्चे की शक्ल वाले डोनाल्ड ट्रंप के गुब्बारे को घुमाने की अनुमति मिल गई है। यह गुब्बारा (बैलून) 4 जुलाई को उस जगह पर मौजूद रहेगा जहां ट्रंप राष्ट्र का जन्मदिन 'सैल्यूट टू अमेरिका' इवेंट के दौरान टिप्पणी करेंगे।
कोड पिंक नाम के समूह को सुबह 4 बजे से रात 9 बजे तक 4 जुलाई को गुब्बारा रखने की मंजूरी मिल गई है। दी गई परमिट में कहा गया है कि सभी गुब्बारों पर रोक है लेकिन लेकिन ट्रंप गुब्बारे को वहां कुछ शर्तों के साथ रखा जा सकता है। उसमें केवल ठंडी हवा भरी होनी चाहिए और वह उड़ने वाला गुब्बारा न हो।
ट्रंप लिंकन मेमोरियल के पास 'सैल्यूट टू अमेरिका' इवेंट में टिप्पणी देने को शाम 6:30 बजे से 7:30 तक उपस्थित रहेंगे। हालांकि एक बयान में परमिट पाने वाले समूह ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि हमें वह लोकेशन नहीं दी गई जिसके लिए हमने रिक्वेस्ट किया था। हम गुब्बारे के लिए वह जगह चाहते थे जहां राष्ट्रपति ट्रंप बोलेंगे।
कोड पिंक के सह-संस्थापक मेडिया बेंजामिन ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि हमारा प्लान ट्रंप के विरोध स्वरूप बेबी ट्रंप ब्लिम्प को परेड कराने की तैयारी थी। अब हमें इसको उड़ाने के लिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के फ्लाइट स्टैंडर्ड डिस्ट्रिक ऑफिसर से अनुमति लेने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुब्बारे में हीलियम भरा जाएगा। ग्रुप का कहना है कि हीलीयम से गुब्बार सिर्फ 2 फीट ऊपर ही उड़ पाएगा जिससे पूरा बेबी ट्रंप 20 फीट लंबा हो जाएगा।
अब हम एफएसडीओ से नियम में छूट चाहते हैं लेकिन लगता है कि नौकरशाही के ये नियम बेबी ट्रंप को हवा में उड़ाने की जगह हमें इसे जमीन में रखने के लिए मजबूर कर रहे हैं। यह बहुत ही हास्यास्पद है कि हमें जमीन से दो फीट दूर एक गुब्बारे को उड़ाने के लिए एफएए से संपर्क करना होगा।
यह वही ब्लिंप है जो पिछले साल ट्रंप की लंदन यात्रा के दौरान बड़े पैमाने पर विरोध स्वरूप उड़ाया गया था। हाल ही में लंदन में तब इसकी दोबारा वापसी हुई जब ट्रंप ने पिछले महीने दौरा किया।