PM मोदी ने खुद को सम्मानित करने की बात को बताया 'खुराफात' तो अलका लाम्बा बोलीं- 'मोदी नहीं माननीय प्रधानमंत्री 'श्री नरेंद्र मोदी' जी लिखें'
By पल्लवी कुमारी | Updated: April 9, 2020 08:23 IST2020-04-09T08:22:41+5:302020-04-09T08:23:29+5:30
आम आदमी पार्टी (AAP) को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली अलका लाम्बा दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में चांदनी चौक से उम्मीदवार थीं। कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहीं अलका लाम्बा यहां से हार गईं थीं।

Alka Lamb (File Photo) Congress Delhi Leader
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार (8 अप्रैल) को कुछ लोगों की उस तथाकथित मुहिम को खारिज किया जिसमें 5 मिनट खड़े होकर उन्हें सम्मान देने की बात कही गई है, साथ ही कहा कि यह उन्हें विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है। पीएम नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर कांग्रेस नेता अलका लाम्बा ने भी तंज कर अपनी प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी के ट्वीट पर कांग्रेस नेता अलका लाम्बा ने लिखा, ''जो भी व्यक्ति यह ट्वीट कर रहा है उसे तमीज होनी चाहिए कि वह मोदी नहीं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी लिख कर संबोधित करें।''
जो भी व्यक्ति यह ट्वीट कर रहा है उसे तमीज होनी चाहिए कि वह #मोदी नहीं माननीय प्रधानमंत्री #श्री नरेंद्र मोदी #जी लिख कर संबोधित करें 🇮🇳🙏.
— Alka Lamba - अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) April 8, 2020
पढ़ें पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या-क्या ट्वीट किए?
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।''
हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2020
एक अन्य ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ''हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।''