आर्टिकल 370 के हटने के बाद कश्मीरी महिलाओं पर अत्याचार का वीडियो वायरल, जानें क्या है सच

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 26, 2019 15:35 IST2019-08-26T15:35:26+5:302019-08-26T15:35:26+5:30

भारत सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया है। राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया है। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर कई झूठे दावे के साथ वीडियो वायरल किये गये।

After revoked article 370 police thrashing Kashmir women viral video claim fake | आर्टिकल 370 के हटने के बाद कश्मीरी महिलाओं पर अत्याचार का वीडियो वायरल, जानें क्या है सच

आर्टिकल 370 के हटने के बाद कश्मीरी महिलाओं पर अत्याचार का वीडियो वायरल, जानें क्या है सच

Highlightsसोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो पूरी तरह फेक है। वीडियो को लेकर जो दावे किये जा रहे है वो गलत हैं। वायरल वीडियो हरियाणा के करनाल जिले का है। जो 2017 में हुआ था।

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के कुछ प्रवाधानों के हटने के बाद से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुये। इन दिनों एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कश्मीरी महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है। वीडियो को फेसबुक पेज (जो कि ग्रुप पेज है) MaaZoo ने 23 अगस्त को लाइव चलाया था। वीडियो में उर्दू में कैप्शन लिखा गया है कि वीडियो को क्लिक करके शेयर करें। वीडियो कश्मीर की है।  

वीडियो में दिख रहा है कि भारी संख्या में महिलाएं सड़क पर लेट-लेट कर विरोध प्रदशर्न कर रही हैं। पुलिस इन महिलाओं को घसीट-घसीट कर जबरन वाहन के अंदर ले जा रही है। वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटने के बाद महिलाओं के साथ पुलिस अत्याचार कर रही है। 

वीडियो पर 5 मिलियन से ज्यादा व्यूज है और इसे लाखों बार पर शेयर किया जा चुका है। इस वीडियो को कई पाकिस्तानी यूजर ने भी शेयर किया है। 

वायरल वीडियो की क्या है सच्चाई 

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक वीडियो दो साल पुराना 2017 का है। वीडियो हरियाणा के करनाल जिले का है। ये वीडियो उस वक्त की है जब  जूनियर बेसिक ट्रेनिंग के शिक्षकों ने करनाल में सीएम कैंप ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। वीडियो का कश्मीर से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को लेकर जो भी दावे किये जा रहे हैं वो पूरी तरह गलत है। वीडियो में दिख रहे पुलिस हरियाण पुलिस है। 

वीडियो में आवाज भी आती है कि किस तरह से जेबीटी टीचर्स को पुलिस हिरासत में ले रही है। जब आप गूगल पर 'JBT teacher Haryana government'कीवर्ड से सर्च करेंगे तो आपको कई स्टोरी के लिंक मिलेंगे। जो 2017 में रिपोर्ट की गई थी। । 

इस वीडियो को सर्च करने के लिए एक और कीवर्ड है-''महिलाओं को घसीट घसीट कर ले गई हरियाणा पुलिस'' इस कीवर्ड को सर्च करने के बाद एक लोकल फेसबुक पर पोस्ट वीडियो का लिंक भी मिलेगा। यह वही वीडियो है, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर दावे किये जा रहे हैं। इस वीडियो को जून 2017 में पोस्ट किया गया था। वीडियो में पीटीसी करने वाला रिपोर्टर खुद को करनाल ब्रेकिंग न्यूज का रिपोर्टर बता रहा है

Web Title: After revoked article 370 police thrashing Kashmir women viral video claim fake

ज़रा हटके से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे