नागरिकता कानून के सपोर्ट में पीएम मोदी के ट्वीट करते ही वर्ल्डवाइड नंबर 1 ट्रेंड पर आया #IndiaSupportsCAA, ट्वीट्स की लगी भरमार
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 30, 2019 14:10 IST2019-12-30T14:10:45+5:302019-12-30T14:10:45+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसा करने वालों को पहले भी दिल्ली के रामलीला मैदान से संबोधित करते हुए कहा था कि विरोध के नाम पर हिंसा करना सही नहीं है।

नागरिकता कानून के सपोर्ट में पीएम मोदी के ट्वीट करते ही वर्ल्डवाइड नंबर 1 ट्रेंड पर आया #IndiaSupportsCAA, ट्वीट्स की लगी भरमार
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में हो रहे बवाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर #IndiaSupportsCAA अभियान शुरू किया है। इस कैम्पेन के साथ पीएम मोदी ने लोगों से अपील की है कि वह इसका समर्थन करें। पीएम मोदी के इस अभियान को लेकर ट्वीट करते ही घंटे भर में #IndiaSupportsCAA वर्ल्डवाइड नंबर एक पर ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स इसके स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने #IndiaSupportsCAA के ट्वीट करते हुए लिखा है क्योंकि सीएए प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देता है और यह किसी की नागरिकता छीनता नहीं है।
#IndiaSupportsCAA trending on top worldwide. pic.twitter.com/0dJcHXKYC9
— Suresh Nakhua 🇮🇳 ( सुरेश नाखुआ ) (@SureshNakhua) December 30, 2019
पीएम मोदी वे लिखा, नमो ऐप पर सीएए से जुड़े कई दस्तावेज, वीडियो और कंटेंट हैं। आप इसके समर्थन में अभियान चलाएं।' #IndiaSupportsCAA हैशटैग के साथ 451k लोगों ने ट्वीट किया है। (खबर लिखे जाने तक) इसपर ट्वीट की संख्या मिनटों में बढ़ती चली जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदगुरु का एक वीडियो भी शेयर किया और लिखा कि आप सदगुरु से सीएए से जुड़े विभिन्न पहलुओं को बारे में विस्तार से सुनें।
Do hear this lucid explanation of aspects relating to CAA and more by @SadhguruJV.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2019
He provides historical context, brilliantly highlights our culture of brotherhood. He also calls out the misinformation by vested interest groups. #IndiaSupportsCAAhttps://t.co/97CW4EQZ7Z
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसा करने वालों को पहले भी दिल्ली के रामलीला मैदान से संबोधित करते हुए कहा था कि विरोध के नाम पर हिंसा करना सही नहीं है। ऐसे लोगों को खुद से एक सवाल पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने जो रास्ता अपनाया है वह सही है। 25 दिसंबर को लखनऊ में एक कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने कहा था, "सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में जिस सार्वजनिक संपत्ति को उन्होंने तोड़ा, क्या वह उनके परिवार के काम नहीं आती? इस तरह अफवाहों पर हिंसा करने से उनका खुद का ही नुकसान है।'' बीते कुछ दिनों से देश के कई इलाकों नें नागरिकता कानून को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन किए हैं। विरोध प्रदर्शन में दर्जनों लोगों की मौत भी हो चुकी है।

