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कूड़े के ढेर से भोजन तलाशती गाय माता के मन की बात सुन लीजिए

By रोहित कुमार पोरवाल | Published: June 28, 2019 04:54 PM2019-06-28T16:54:23+5:302019-06-28T16:54:23+5:30

आजकल यही मेरा आशियाना है। मेरे बच्चे और कुछ इंसानों के बच्चे यहां एक जैसे लगते हैं। वे भी कूड़ा बीनते हैं। जब वे कूड़ा बीनते हैं तो कुछ बच्चे स्कूल में मेरे ऊपर निबंध लिख रहे होते हैं। मैं गाय माता जो हूं। मेरे बच्चों को मेरा दूध नहीं मिल पाता है, मुझे इस बात की खुशी हैं कि आपके बच्चों को वह बहुत पोषण देता है। इंसानों का एक शिक्षित वर्ग मुझमें तैतीस करोड़ देवी-देवता देखता है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मेरी सेवा करते हैं। मुझे चारा खिलाते हैं। मेरे संरक्षण के लिए योजनाएं बनाते हैं। गांवों में गौशालाएं बनाने का निर्देश देते हैं लेकिन क्या करूं साहब, घर मिलता नहीं और पापी पेट के लिए खेतों में घुसना पड़ता है। वहां भी खदेड़ी जाती हूं। साहूकार भी दूध देने तक मुझे रखते हैं और फिर आजाद कर देते हैं। रात गुजारने के लिए जहां जाती हूं, भगा दी जाती हूं, फिर सड़क की ओर देखती हूं, वहां जाती हूं और भीमकाय लोहे का जानवर हमें कुचल जाता है, हमें मुक्ति मिल जाती हैं।

टॅग्स :गाययोगी आदित्यनाथनरेंद्र मोदीcowYogi AdityanathNarendra Modi