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Bird Flu के कहर ने बढ़ाई भारत की टेंशन, कई राज्यों में अलर्ट, जानें कहां-कैसे हैं हालात

By गुणातीत ओझा | Published: January 7, 2021 12:31 AM2021-01-07T00:31:45+5:302021-01-07T00:32:46+5:30

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट के बीच देश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की दहशत ने लोगों को एक बार फिर से डरा दिया है।

Bird Flu
7 राज्यों में बढ़ा खतरा जानें कहां-कैसे हैं हालात

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट के बीच देश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की दहशत ने लोगों को एक बार फिर से डरा दिया है। देश के कई राज्यों मध्य प्रदेश (MP), गुजरात (Gujarat), बिहार (Bihar), हरियाणा (Haryana), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), राजस्थान (Rajasthan) और केरल (Kerala) को बर्ड फ्लू ने अपनी चपेट में ले लिया है। देश के विभिन्न राज्यों को बर्ड फ्लू के H5N8 स्वरूप (स्ट्रेन) को लेकर अलर्ट किया गया है। सभी राज्यों में मृत पक्षियों के सैंपल को जांच के लिए भेजा जा रहा है। कई राज्यों में भारी तादाद में कौवों और मुर्गों की मौत हुई है। कई जगहों पर कौवों और मुर्गे-मुर्गियों को मारना पड़ा है। केरल में तो मुर्गों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है। हरियाणा के पंचकूला की फर्म की बात करें तो यहां बीते 10 दिन में चार लाख से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में फ्लू के मामले सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर में अलर्ट जारी किया गया है। केरल में पक्षियों के संक्रामक रोग के प्रकोप के बाद कर्नाटक और तमिलनाडु में निगरानी बढ़ा दी गई है। महाराष्ट्र की सीमा मध्य प्रदेश से लगती है लेकिन यहां बर्ड फ्लू का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। वहीं, कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र से लगने वाली सीमा पर स्थित जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। आइये आपको बताते हैं कहां क्या हालात है...

केरल में सबसे ज्यादा खौफ

केरल में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मारा जा रहा है। केरल में अलप्पुझा और कोट्टायम में प्रभावित क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारने का अभियान शुरू जारी है। दोनों जिलों से भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के एक दिन बाद यह अभियान शुरू किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि अकेले करुवत्ता पंचायत क्षेत्र में ही करीब 12,000 पक्षियों को मारा जाएगा। वहीं, कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है। नींदूर के एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक, वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए कुट्टनाड क्षेत्र में ही करीब 40,000 पक्षियों को मारा जाएगा। मुर्गे और बत्तख समेत अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडों आदि की बिक्री और कारोबार पर रोक लगा दी गई है।

मध्य प्रदेश में मर रहे कौवे

मध्यप्रदेश के इन्दौर में 29 दिसंबर को रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे। इनमें एच5एन8 की पुष्टि हुई थी। पिछले आठ दिन में रेसीडेंसी क्षेत्र के आस-पास कुल 155 कौए मरे मिले हैं। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रेसीडेंसी क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को खोजने के लिए सर्वेक्षण जारी है, लेकिन अब तक किसी भी मनुष्य में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है। 

हिमाचल प्रदेश में अलर्ट

हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने मंगलवार को कांगड़ा जिले के पोंग डैम लेक अभयारण्य के इलाकों का सर्वेक्षण किया। इससे एक दिन पहले मृत प्रवासी पक्षियों के नमूनों में एच5एन8 पाया गया था। हिमाचल प्रदेश के पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अबतक 2700 प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं।

कश्मीर में तेजी से चल रही जांच

बर्ड फ्लू को लेकर जम्मू-कश्मीर ने भी अलर्ट जारी किया है। मेहमान पक्षियों की जांच के लिए नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने बताया कि पशुपालन एवं वन्यजीव विभाग के संयुक्त दलों ने मंगलवार को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर स्थित घराना वेटलैंड (आर्द्रभूमि) का दौरा किया और जांच के लिए 25 पक्षियों के नमूने जुटाए गए हैं।

तमिलनाडु सरकार भी ऐक्शन में

केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप होने के बाद मंगलवार को तमिलनाडु में अंतरराज्यीय सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा, ''एवियन इन्फ्लुएंजा तेजी से फैलता है और मनुष्यों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका होती है। इसलिए एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने आकस्मिक योजना तैयार की है।

राजस्थान में पाया गया एवियन इंफ्लूएंजा 

राजस्थान के अधिकारियों ने बताया कि कोटा और बांरा जिलों के पक्षियों के नमूनों की जांच में भी एवियन इंफ्लूएंजा पाया गया है। राज्य के तीन जिलों झालावाड़, कोटा और बारां में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) संक्रमण पाया गया है। यहां वायरस अन्य जगहों पर भी फैल रहा है जो चिंता का विषय है। अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के 33 जिलों में से 16 जिलों में मंगलवार सुबह तक पक्षियों की मौत का आंकड़ा 625 पहुंच गया। 11 जिलों के 86 नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है।

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