प्रवासी मजदूरों के ट्रेन टिकट पर गंदी वाली पॉलिटिक्स चालू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 9, 2020 03:23 PM2020-05-09T15:23:06+5:302020-05-09T15:24:23+5:30
कल शाम दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने ट्विट किया कि श्रमिकों को लेकर दिल्ली से मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार के लिए रवाना हुई ट्रेन. सरकार ट्रेन में सवार सभी 1200 लोगों का किराया देगी. इसके साथ ही मजदूरों को लेकर रवाना हुई ट्रेन का वीडियो पोस्ट किया. लेकिन सुबह होते-होते उजाले के साथ साथ राजनीति भी शुरू हो गयी. क्रेडिट लेने की लड़ाई में क्रेडिबिलिटी दांव पर लग गयी.
दिल्ली सरकार के साथ क्रेडिट वॉर किसने शुरू किया. मतलब इसे चुनौती किसने दी. बिहार सरकार में जलसंसाधन मंत्री है संजय कुमार झा, उन्होनें दिल्ली सरकार की ओर 7 मई का भेजा एक लेटर पेश कर दिया. इस लेटर में पैसा मजदूरों को नहीं बल्कि दिल्ली सरकार ने अपने खाते में मांगे हैं. लेटर में कहा गया है कि हम मजदूरों के लिए एक मुश्त टिकट खरीद रहें है. लेटर में दिल्ली सरकार ने अनुरोध किया है कि ये पैसा मजदूरों को ना देकर दिल्ली सरकार के खाते में भेजे दें. लेटर खर्चे का अंदाज़ा लगते हुए कहा गया है कि अंदाजन मुजफ्फरपुर जाने वाली एक गाड़ी पर 6.5 लाख पर खर्चा आया है. जल्दी ही सटीक अमाउंट के बारे में बता दिया जाएगा.
लेटर दिखाते हुए बिहार के मंत्री संजय कुमार ने कहा कि कल मैंने दिल्ली के मंत्री का ट्वीट देखा जिसमें वो कह रहे है कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रहे 1200 प्रवासी मज़दूरों के किराये का पैसा देगी. एक तरफ दिल्ली सरकार इसका क्रेडिट ले रही है कि हम अपने खर्च पर घर भेज रहे हैं. बिहार सरकार में मंत्री संजय झा कहते हैं दिल्ली सरकार ने दूसरी तरफ उन्हें चिठ्ठी लिखी कर ट्रेन पर हुए खर्च हुए पैसे वापस मांगे हैं. संजय झा ने कहा कि बिहार सरकार श्रमिकों को भाड़े की रकम के अलावा 500 रुपए अतिरिक्त भी देगी, तो दिनदहाड़े दिल्ली सरकार के मंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं? यह तो नीतिगत बात है, लेकिन आप कोरोना वायरस के समय भी इतनी ओछी राजनीति करें, शोभा नहीं देता.