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भारत में कोरोना के जारी रोजाना एक्टिव केसों का सच क्या है, जानिए डॉक्टर डॉक्टर रवि गोडसे से

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 26, 2022 11:39 IST

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भारत में कोरोना के एक्टिव केसों के जारी आकड़ों के बारे में बात करके डॉक्टर रवि गोडसे कहते हैं कि रोजाना जो 80 हजार-90 हजार केसों की बात की जाती है, वो पूरी तरह से झूठ हैं।अपनी दलील को प्रामाणिक ठहराने के लिए डॉक्टर रवि कहते हैं कि कोरोना की पचनान के लिए लोग आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट कराते हैं। उसके लिए नाक या मुंह से जो सैंपल इकट्ठा किया जाता है, उसमें वारयर का टुकड़ा लेते हैं और उसकी जांच करते हैं।डॉक्टर रवि के मुताबिक उस टुकड़े में कोरोना वायरस जीवित हों या मृत उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, आपको पॉजिटिव बता दिया जाता है। अब अगर वायरस मृत है तो उससे आपको कोई हानि नहीं होती लेकिन उसके बावजूद भी जब आपके टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव आ जाता है तो कहा जाता है कि आप कोरोना पॉजिटिव हैं।लेकिन उससे आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसलिए जो एक्टिव केसों की संख्या बताई जा रही है, उसने वो भी शामिल हैं, जिनके शरीर पर कोरोना वायरस का कोई प्रभाव नहीं दिखाई देता है।देखिए क्या कह रहे हैं डॉक्टर रवि गोडसे इस वीडियो में
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