UP Politics News: समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में करीब 20 किमी साइकिल चलाकर पार्टी लोकसभा के चुनावी अभियान को धार दी. इसके तहत अखिलेश यादवलखनऊ में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर हजारों सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) फार्मूले की साइकिल रैली में शामिल हुए.
जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल चलाकर पहुंचे. यहां उन्होने यह ऐलान किया कि वर्ष 2024 में अगर वह जीते और उनकी पार्टी सरकार में भागीदार रही तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर दी जाएगी. पहले जैसी व्यवस्था फिर लागू होगी. अखिलेश यादव ने भी कहा कि समाज में सभी को बराबरी का हक देने के लिए जातीय जनगणना जरूरी है, ताकि आबादी के हिसाब से सबको अधिकार मिल सके.
पीडीए में ए फॉर अगड़ा भी है: अखिलेश
बीती नौ अगस्त से शुरू हुई सपा की 'देश बचाओ, देश बनाओ' साइकिल रैली में सोमवार को शामिल होने के पहले अखिलेश यादव ने एक प्रेस वार्ता की. इसमें उन्होने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने निशाने पर लिया और सपा के पीडीए फार्मूले का खुलासा किया. उन्होने कहा कि सपा की साइकिल यात्रा में पीडीए (पिछड़े, दलित अल्पसंख्यक) की एक जुटता पर ज़ोर दिया जा रहा है.
इसके अलावा जातीय जनगणना कराने की मांग की जा रही है. सपा की पीडीए साइकिल रैली में सब शामिल हैं, कोई ऐसा नहीं जो अलग हो रहा हो इससे. जहां हम पिछड़े, दलित अल्पसंख्यक- मुसलमान भाई की बात कर रहे है वहीं पीडीए आधी आबादी और अगड़े समाज की भी बात कर रहा है.
ये साइकिल रैली भाजपा की पोल खोल रही है. यह दावा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पीड़ीए के ए फॉर अगड़ा भी है. यह दावा करते हुए अखिलेश यादव ने रविवार को भारत और इंग्लैंड के क्रिकेट मैच की एक फोटो दिखाई. जिसमें जय शाह के साथ में योगी सरकार में शामिल तीन मंत्री थे.
इन तीनों मंत्रियों के पिता यूपी राजनीति के चर्चित चेहरे थे. इस फोटो दिखते हुए अखिलेश यादव बोले, यह लोग जिस स्टेडियम में खड़े हैं, उसे उन्होने बनवाया था. जिसने स्टेडियम बनाया वो अगड़ा है और जो स्टेडियम में तस्वीर खिंचवा रहे वो पिछड़ा है. इसलिए 'पीडीए में ए फॉर अगड़ा है'.
सपा-कांग्रेस में तनातनी जारी:
पीडीए को लेकर अखिलेश यादव की यह नई परिभाषा से बीजेपी की परेशानी बढ़ सकती है. अखिलेश ने पीडीए की यह नई परिभाषा ऐसे समय में दी है, जब भाजपा अपने वोटों को सहेजने में लगी हुई है. जबकि बसपा अपने दलित वोटबैंक में कांग्रेस और सपा की तरफ से लगाई जा रही सेंध को रोकने में जुटी है.
इस वजह से अखिलेश यादव के इस नए बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. यह इसलिए भी हो रहा है क्योंकि अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के संविधान का पालन नहीं कर रही है.
अखिलेश यादव द्वारा जय शाह के साथ योगी सरकार के तीन मंत्रियों द्वारा खिंचवाई गई फोटो के लेकर किए गए कमेंट पर सूबे के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि अखिलेश ने सोशल मीडिया पर ये तस्वीर शेयर करके के अपने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं मारी बल्कि कुल्हाड़ी पर पैर रख दिया है. सभी को पता है कि सपा में परिवारवाद की जड़े कितनी गहरी हैं.
जबकि सपा की पीडीए साइकिल रैली पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने तंज कसा है. अजय राय ने कहा है कि मुझे नहीं लगता इस यात्रा से जनता पर कोई असर पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि जनता सब देख रही है. अजय राय के इस बयान के बाद कहा जा रहा है कि यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच अभी तनातनी खत्म नहीं हुई है.