अब पीएम मोदी फाइनल करेंगे अयोध्या के एयरपोर्ट का नाम! 30 दिसंबर को है उद्घाटन
By राजेंद्र कुमार | Updated: December 29, 2023 17:11 IST2023-12-29T17:09:53+5:302023-12-29T17:11:17+5:30
अयोध्या में बनाए गए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे एक बार में दो बड़े विमान उतर सकते हैं। एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 3,000 मीटर और चौड़ाई 45 मीटर है। हवाई अड्डे का पहला चरण पूरा हो गया है।

हवाई अड्डे का पहला चरण पूरा हो गया है
लखनऊ: भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में 1,450 करोड़ रुपए की लागत से बने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फाइनल करेंगे। इस हवाई अड्डे का नाम योगी सरकार ने गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या के स्थान पर महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम रखने का फैसला किया था। इसके साथ ही योगी सरकार ने अयोध्या के रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल कर अयोध्या धाम जंक्शन करने करने का निर्णय लिया था। प्रदेश सरकार के इन दोनों फैसलों को केंद्र सरकार को भेजा गया था ताकि केंद्र सरकार की इन फैसलों पर मुहर लग सके. इस मामले में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को यह ऐलान किया है कि अयोध्या में बने नए एयरपोर्ट का नाम अभी फाइनल नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही एयरपोर्ट का नाम तय करेंगे और कैबिनेट से नाम को मंजूरी मिलेगी।
ऐसा है अयोध्या एयरपोर्ट
शनिवार 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उक्त एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को खुद अयोध्या में तैयारियों का आकलन करने पहुंचे। उन्होने एयरपोर्ट परिसर का भी मुआयना किया और वहां पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर किया गए प्रबंधों को देखा। अयोध्या में बनाए गए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे एक बार में दो बड़े विमान उतर सकते हैं। एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 3,000 मीटर और चौड़ाई 45 मीटर है। हवाई अड्डे का पहला चरण पूरा हो गया है। एयरपोर्ट के पहले चरण के निर्माण में 1,450 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आया है। एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्ग मीटर है जहां साल में लगभग 10 लाख यात्रियों का आना-जाना हो सकेगा। एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का अगला हिस्सा अयोध्या के श्रीराम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है। टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्सों में भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाया गया है। इसे भगवान राम के चित्रों और कलाकृतियों से सजाया गया है। टर्मिनल भवन का पूरा परिसर कई सुविधाओं से लैस है। इसमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, बारिश के जल संचयन का विशेष ख्याल रखा गया है।
सीएम ने इसलिए बदला नाम
उक्त एयरपोर्ट का नाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते गुरुवार को महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम रखे जाने का निर्णय लिया था। इसके पहले सीएम योगी ने ही उक्त एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या रखने का फैसला किया था। जिसे उन्हे गुरुवार को बदलने का निर्णय लिया था। बताया जा रहा है कि महर्षि वाल्मीकि रामायण के रचियता रहें हैं। उनके सम्मान में ही सीएम योगी ने ना सिर्फ अयोध्या के एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर करने का फैसला किया बल्कि प्रदेश भर के राम मंदिर और हनुमान मंदिर में महर्षि वाल्मीकि की लिखी रामायण का पाठ करने का भी निर्देश दिया है।
योगी सरकार के उक्त फैसले पर केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीरत यही कहा है कि अभी तक अयोध्या एयरपोर्ट का नाम फाइनल नहीं हुआ है। अब पीएम मोदी तय करेंगे कि उक्त एयरपोर्ट का नाम क्या रखा जाए। महर्षि वाल्मीकि के नाम से नामकरण किया जाना स्वागत योग्य है अच्छा होता एक पुजारी से अधिक जितने भी मंदिर है हर मंदिर में वाल्मीकि जी के सम्मान में वाल्मीकि समाज के एक व्यक्ति को पुजारी अवश्य बनाया जाए।