Assembly Election 2023: इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच मध्य प्रदेश तथा राजस्थान के विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर सहमति नहीं बन पा रही हैं. कई दौर की बातचीत के बाद कांग्रेस इन दोनों राज्यों में सपा की मांग को पूरा करने पर असमर्थता जता दी है.
कांग्रेस इन दोनों ही राज्यों में सपा के लिए दो -दो सीटें छोड़ने को तैयार है. कांग्रेस का यह प्रस्ताव सपा को मंजूर नहीं है. ऐसे में अब मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस और सपा के उम्मीदवार कई सीटों पर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में होंगे. सपा नेताओं को यह उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के समीकरण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस मध्य प्रदेश और राजस्थान में कुछ सीटें सपा को दे देगी.
इसी उम्मीद के आधार पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश की दस विधानसभा सीटों और राजस्थान में छह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का प्लान तैयार किया था. मुंबई में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल को सपा के नेताओं को इस बारे में बताया भी था.
इसके कुछ दिनों बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यह बयान दिया था कि यूपी में आगामी लोकसभा चुनाव में सपा ही सीट बांटने वाला दल होगा. मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सीटें पाने के लिए ही सपा मुखिया ने यह बयान दिया था. कांग्रेस के नेताओं पर इसका असर भी पड़ा.
इसके बाद ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला के साथ सीटों के तालमेल को लेकर सपा के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल के साथ बातचीत हुई लेकिन बात नहीं बनी. और गत रविवार को कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की 230 में 144 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी.
इनमें से वह पांच सीटें भी हैं, जिन पर सपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर रखे थे. सपा कि उम्मीद थी कि कांग्रेस इन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े नहीं करेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. ऐसे में इन पांचों सीटों पर कांग्रेस और सपा दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे.
मिलकर साथ लड़ने ही उम्मीद छोड़ी:
सपा की मांगी गई दस सीटों में से पांच पर कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशी खड़े किए जाने के लिए फैसले को देखते हुए अब सपा ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की उम्मीद छोड़ दी है. जिसके चलते ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश ही सिरमौर, बिजावर, कटंगी और सीधी सीट पर चुनाव लड़ने वाले अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया.
सपा ने उतारा चुनाव मैदान में:
सपा ने मध्य प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर अब तक अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है. इनमें तीन यादव समेत पांच ओबीसी, तीन दलित और एक ब्राह्मण प्रत्याशी हैं. सपा ने जिन नौ प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है.
उनमें निवाड़ी से पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव, राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भांडेर आरक्षित से सेवानिवृत्त जिला जज डीआर राहुल (अहिरवार), धौहानी आरक्षित सीट से विश्वनाथ सिंह, चितरंगी आरक्षित सीट से श्रवण कुमार सिंह गोंड, सिरमौर सीट से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर सीट से डॉ. मनोज यादव, कटंगी सीट से महेश सहारे और सीधी से रामप्रताप सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है.
सपा नेताओं का कहना है कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में चार और प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाएगा. राजस्थान में भी जल्दी ही चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों का खुलासा किया जाएगा. सपा नेताओं का कहना है कि सपा मुखिया ने अब मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद छोड़ दी है. इस संबंध में अखिलेश यादव के प्रस्ताव को कांग्रेस को मंजूर नहीं है. ऐसे में अब इन दोनों राज्यों में सपा और कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव मैदान में आमने-सामने होंगे.