बुधवार भारत से पाकिस्तान गई 'समझौता एक्सप्रेस' ट्रेन वापस नहीं लौटी, इन 5 कारणों से है खास
By गुलनीत कौर | Published: February 28, 2019 11:34 AM2019-02-28T11:34:52+5:302019-02-28T11:34:52+5:30
सन् 1971 की भारत-पाक जंग के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान के साथ मिलकर शिमला समझौता हुआ था। इसी बीच भारत-पाक को रेल सीमा से जोड़ने की बात रखी गई।
भारत पकिस्तान के बीच तनाव जारी है। सबसे पहले भारत द्वारा पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने को एयर स्ट्राइक से उड़ाया गया। इसके बाद जवाबी हमले में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सीमा में घुसकर आर्मी ठिकानों पर हमला बोला। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। दोनों देशों की वायुसेना के बीच भी झड़प हुई। इस दौरान पाकिस्तानी वायुसेना का एक एफ-16 फाइटर विमान और भारतीय वायुसेना का मिग-21 फाइटर विमान नष्ट हो गया।
दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव की ख़बरें लगातार आ रही हैं। पाकिस्तानी और भारत के वासियों के बीच पल पल की जानकारी पान की उत्सुकता बढ़ते ही चली जा रही है। इसी बीच एक बड़ी जानकारी आई है कि पाकिस्तान ने 'समझौता एक्सप्रेस' ट्रेन रद्द कर दी है। तनाव के बढ़ते स्तर को देखते हुए इस ट्रेन को चलाने से रोका गया है। समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह में दो बार भारत से पाकिस्तान के लिए रवाना होती है। फिर अगले दिन पाकिस्तान से वापस भारत लौटती है।
समझौता एक्सप्रेस ट्रेन हुई रद्द
बुधवार की रात यह ट्रेन भारत से तो निकली, मगर गुरूवार की सुबह वापस नहीं लौटी। जिसके बाद आधिकारिक सूत्रों से यह जानकारी आई कि भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के कारण समझौता एक्सप्रेस ट्रेन को कुछ समय के लिए रद्द कर दिया गया है। अब यह वापस कब चलेगी, इसकी कोई सूचना नहीं आई है। बहरहाल आइए आपको बताते हैं समझौता एक्सप्रेस की 5 खास बातें और इसे चलाने के पीछे की पूरी कहानी।
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क्या है समझौता एक्सप्रेस ट्रेन, 5 खास बातें
1) 22 जुलाई, 1976, पाकिस्तान और भारत के पंजाबके अटारी-लाहौर के बीच एक ट्रेन की शुरुआत की गई। इस ट्रेन को दोनों देशों के बेच अमन और शांति का पैगाम बनाते हुए 'समझौता एक्सप्रेस' नाम दिया गया
2) सन् 1971 की भारत-पाक जंग के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान के साथ मिलकर शिमला समझौता हुआ था। इसी बीच भारत-पाक को रेल सीमा से जोड़ने की बात रखी गई। चूंकि अटारी और लाहौर पहले से रेल मार्ग से जुड़ा था तो समझौता एक्सप्रेस को चलाने में अधिक समय ना लगा
3) समझौता एक्सप्रेस पाकिस्तान के लाहौर से सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर रवाना होती है। बिना कहीं रुके यह ट्रेन सीधा भारत के अटारी पर 'अटारी श्याम सिंह स्टेशन' पर आकर रूकती है। यहां तक आने का 27 किलोमीटर का यह सफर चार घंटे में तय करती है। ट्रेन की स्पीड मात्र 7 किलोमीटर प्रति घंटा है
4) ट्रेन की स्पीड धीरे होने का केवल एक कारण है और वह है यात्रियों की सुरक्षा। भारत और पाकिस्तान दोनों ओर बीएसएफ के जवां घोड़ों पर सवार होकर ट्रेन के साथ साथ डिब्बों को कवर करते हुए चलते हैं
5) यह ट्रेन सप्ताह में दो बार- मंगलवार और गुरूवार को पाकिस्तान से चलती है और रात में भारत से पाकिस्तान जाती है। ट्रेन चलने से पहले दोनों देशों के स्टेशनों पर पटरियों की पूरी जांच की जाती है। ट्रेन के डिब्बे, सीटें, हर चीज को बाखूबी चेक किया जाता है