संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू होने जा रहा है और सत्र के दौरान नागरिकता विधेयक पेश करने की सरकार की योजना, जम्मू-कश्मीर की स्थिति, आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव होने की संभावना है. शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा. नागरिकता (संशोधन) विधेयक को पारित कराने के अलावा इस सत्र के दौरान दो अहम अध्यादेशों को कानून में परिवर्तित कराना भी सरकार की योजना में शामिल है. Read More
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है. सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठे लेकिन सदन और स्पीकर की गरिमा का ख्याल रखे. कोरोना पर पीएम मोदी ने कहा, पिछले सत्र में कोरोना के बाद 100 करोड़ वैक्सिन दिए अब ...
23 दिसंबर 2021 तक चलने वाला संसद का यह शीतकालीन सत्र कई वजहों से हंगामेदार रहने की संभावना है. विपक्ष ने भी अपने तेवर से ये साफ कर दिया है कि वह सरकार को घेरने की तैयारी में है. ...
संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार विपक्ष के हर सवाल का सदन में जवाब देने के लिए तैयार है पर सदन और स्पीकर की गरिमा बनी रहनी चाहिए। ...
29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार की ओर से करीब 30 विधेयक पेश किए जा सकते हैं। लोकसभा में आज सरकार कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश करेगी। ...
राकेश टिकैत ने सख्त लहजे में कहा है कि भारत सरकार को एमएसपी पर कानून लेकर आना चाहिए। टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी करीब है और देश के 4 लाख ट्रैक्टर भी तैयार हैं। ...
संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष की क्या रणनीति होगी इसे तय करने के लिये मल्लिकार्जुन खड्गे ने सोमवार को सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। ...
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा। इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी नहीं पहुंचे। ...
बैठक में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा एवं मुख्य सचेतक जयराम रमेश, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, मुख्य सचेतक के. सुरेश और कुछ अन्य नेता शामिल हुए। ...