संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में नहीं पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी, विपक्ष ने उठाए सवाल
By विनीत कुमार | Published: November 28, 2021 03:58 PM2021-11-28T15:58:29+5:302021-11-28T15:58:29+5:30
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा। इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी नहीं पहुंचे।
नई दिल्ली: सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को सरकार की ओर से बुलाए जाने पर सर्वदलीय बैठक हुई। हालांकि, इसमें पीएम नरेंद्र मोदी का नहीं पहुंचना विपक्ष को नाराज कर गया। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे।
पीएम मोदी के बैठक में नहीं पहुंचने पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद कर रहे थे कि प्रधानमंत्री इस बैठक में होंगे और हमसे कुछ बातें साझा करेंगे। हम कृषि कानूनों पर भी कुछ बात करना चाहते थे क्योंकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि इसे फिर से दूसरे तरीके से लाया जा सकता है।'
सर्वदलीय बैठक में अधिकतर विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी विवाद, महंगाई, किसानों, न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर कानून बनाए जाने, बेरोजगारी, लद्दाख में चीन के अतिक्रमण सहित कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा किए जाने की मांग की।
पीएम मोदी के बैठक में नहीं आने पर विवाद
दूसरी ओर प्रह्लाद जोशी ने सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के नहीं पहुंचने का बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने किसी परंपरा को नहीं तोड़ा है। जोशी ने कहा, 'कोई ऐसी परंपरा नहीं थी कि प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में मौजूद हो। ये मोदी जी की ओर से शुरू किया गया था। वे आज की बैठक में नहीं आ सके।'
वहीं, आप नेता संजय सिंह ने यह आरोप लगाते हुए सर्वदलीय बैठक से बाहर चले गए कि कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया। सिंह ने कहा कि वे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून की किसानों की मांग को उठाना चाहते थे।
संजय सिंह ने कहा, 'वे (सरकार) सर्वदलीय बैठक के दौरान किसी भी सदस्य को बोलने नहीं देते। मैंने संसद के इस सत्र में एमएसपी गारंटी पर कानून लाने और बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार आदि सहित अन्य मुद्दों को उठाया। वे हमें नहीं बोलते हैं।'
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका पर चर्चा
कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा कि बैठक में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बारे में भी चर्चा हुई । उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार से मांग की है कि कोविड महामारी के कारण जान गंवाने वालों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को भी मुआवजा दिया जाए।’
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा। बैठक में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक नेता टी आर बालू, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्र, बीजद के प्रसन्न आचार्य, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता विनायक राउत आदि भी मौजूद थे।
(भाषा इनपुट)