संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से, विपक्ष के तेवर आक्रामक, इन मुद्दों के जरिए सरकार को घेरने की कोशिश
By शीलेष शर्मा | Published: November 28, 2021 06:01 PM2021-11-28T18:01:53+5:302021-11-28T18:07:05+5:30
संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष की क्या रणनीति होगी इसे तय करने के लिये मल्लिकार्जुन खड्गे ने सोमवार को सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है।
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के आश्वासनों के बाबजूद विपक्ष के तेवर नरम होते नहीं दिख रहे हैं। विपक्ष के रुख से साफ हो गया है कि सोमवार से शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होगा। प्राप्त संकेतों के अनुसार सोमवार को जैसे ही सरकार तीनों कृषि कानूनों को समाप्त करने संबंधी विधेयक लायेगी, विपक्ष एमएसपी को कानूनी दर्जा देने को लेकर हंगामा शुरू कर देगा।
सरकार ने घोषणा की है कि वह इस सत्र में 26 महत्वपूर्ण विधेयक सदन में लायेगी। कृषि कानूनों को समाप्त करने संबंधी विधेयक को सोमवार को ही पेश किया जाना है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक के बाद कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है।
जोशी ने यह जानकारी भी दी कि रविवार को 31 दलों ने सर्वदलीय बैठक में भाग लिया। इसके बावजूद विपक्ष की आपत्ति थी कि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी बैठक में मौजूद नहीं थे। उनके स्थान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की। मोदी की गैरमौजूदगी पर कांग्रेस के राज्य सभा में नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कड़ी आपत्ति दर्ज की।
खड़गे ने एमएसपी को कानून के दायरे में लाने ,आंदोलन में शहीद हुये किसानों को मुआवज़ा देने ,कोरोना में मारे गये लोगों के परिवारों को 4 -4 लाख रुपये की आर्थिक मदद और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाते हुये सरकार से सभी महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा कराने की मांग की।
आम आदमी पार्टी का वॉकआउट
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने उनकी बात न सुने जाने और बोलने पर पाबंदी का सरकार पर आरोप लगाते हुये बैठक का बहिष्कार किया। उन्होंने बैठक के बाहर कहा कि विद्युत संशोधन विधेयक का किसान विरोध कर रहे हैं बाबजूद सरकार ने इसे कार्य सूची में शामिल किया है, जिससे साफ़ है कि सरकार की मूल मंशा किसान विरोधी है।
टीएमसी नेता सुदीप बन्धोपाध्या ने बेरोज़गारी ,एमएसपी पर कानून बनाने ,लाभ देने वाले सार्वजानिक क्षेत्रों के विनवेश पर रोक लगाने ,महिला आरक्षण विधेयक को पेश करने जैसी मांगें सरकार के सामने रखीं।
सत्र से पहले विपक्ष की बैठक
विपक्ष की क्या रणनीति होगी इसको तय करने के लिये मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में टीएमसी शामिल होगी अथवा नहीं यह साफ़ नहीं है लेकिन कांग्रेस सूत्रों का कहना था कि टीएमसी नेता संपर्क में हैं तथा विपक्ष एक साझा रणनीति बना कर सदन में जायेगा।
सदन के बाहर सभी दल अपनी अपनी रणनीति से काम करेंगे। इधर भाजपा भी विपक्ष के तेवरों को देखने के बाद जबावी रणनीति बनाने में जुट गयी है। सोमवार को भाजपा की संसदीय दल की बैठक में पार्टी रणनीति तय करेगी। इस बैठक में नरेंद्र मोदी समेत अमित भी मौजूद होंगे।