निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। Read More
केरल के कोझीकोड में निपाह विषाणु के चलते रविवार को एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। आज हुई मौत के बाद इस बीमारी के चलते मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जिले के पलाझी के रहने वाले 26 वर्षीय अबिन ने एक निजी अस्पताल में ...
इन दिनों देश में निपाह वायरस का खौफ मंडरा रहा है। केरल से सामने आए मामले के बाद अब हिमाचल प्रदेश में मरे हुए चमगादड़ों के मिलने से दहशत का माहौल है।मामले की गंभीरता को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निपाह वायरस पर एडवायजरी जारी कर स ...
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, 'हमनें उनसे उनकी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी देने को कहा है जिससे भारत में इनका परीक्षण हो सके कि क्या यह इंसानों में निपाह वायरस को काबू में कर सकती है। ...
डबल्यूएचओ के अनुसार, चमगादड़ों से मनुष्यों और जानवरों में वायरस संक्रमण होने की वजह यह है कि चमगादड़ों के प्राकृतिक पर्यावास यानी स्रोत और ठिकाने खत्म हो गए. ...